शाम होते ही हेड क्वाटर छोड़ सीईओ बदल देते हैं जिला

मानपुर के सीईओ ने शहडोल के जयसिंहनगर में बनाया आशियाना
लॉक डाउन में बिना अनुमति के हेड क्वाटर छोड़ लांघते हैं जिले की सीमाएं
(Amit Dubey-8818814739)
उमरिया। जनपद जैसे कार्यालयों के कर्ताधर्ता जब खुद ही शासकीय कायदों को तिलांजलि देकर हर दिन हेड क्वाटर छोड़ दूसरे जिले में पहुंच रहे हों, ऐसे में उनसे जनपद अंतर्गत स्थित दर्जनों पंचायतों की व्यवस्था कैसे सम्हाली जाती होगी, यह समझ से परे है, मामला जिले के मानपुर जनपद पंचायत का है, जहां पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद तिवारी हर दिन हेड क्वाटर छोड़कर आराम करने पड़ोसी जिले में चले जाते है, उनके इस कारनामों की खबर न तो जिले के कलेक्टर को हैं और न ही संभागायुक्त को है।
हर दिन छोड़ते हैं हेड क्वाटर
जनपद पंचायत मानपुर में पदस्थ सीईओ सुरेन्द्र प्रसाद तिवारी को नियमत: मानपुर में ही अपना आवास बनाकर रहना चाहिए, प्रदेश सरकार की गाइड लाईन में भी इन तथ्यों का उल्लेख किया गया है कि सीईओ जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे अधिकारी हेड क्वाटर में ही रहें, ताकि अपना अधिक से अधिक समय क्षेत्र की समस्याओं को निपटाने और शासन की योजनाओं को क्रियान्वित करने में दे सके, लेकिन साहब हर दिन शाम को पड़ोसी जिले शहडोल के जयसिंहनगर मुख्यालय चले जाते हैं, उन्होंने मानपुर की जगह जयसिंहनगर को अपना हेड क्वाटर बनाया हुआ है।
हजारों का ईंधन, साहब की तफरी में
मजे की बात तो यह है कि जनपद के सीईओ क्षेत्र अंतर्गत आने वाली पंचायतों में पदस्थ जनप्रतिनिधियों और सचिवों को मितव्ययिता व भ्रष्टाचार न करने का पाठ पढ़ाते हैं, लेकिन शाम होते ही शासकीय वाहन में शासकीय डीजल को उड़ाने के लिए मुख्यालय से कोसों दूर पड़ोसी जिले की ओर चले जाते हैं। साहब हर दिन सरकारी खजाने के सैकड़ों रूपये सिर्फ अपने पुराने आवास में चैन की नींद लेने के लिए उड़ा रहे हैं।
नहीं समझी लॉक डाउन की गंभीरता
पदस्थापना के पहले दिन से ही साहब की मनमानी जारी है, बीते 24 मार्च से देश के प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाउन की घोषणा की गई, केन्द्र सहित प्रदेश के द्वारा जारी गाइड लाईन में यह स्पष्ट किया गया कि जो जहां है, वहीं रहे, खासकर जिले की सीमाएं सभी कलेक्टरों ने सील करते हुए जनपद सीईओ और ऐसे ही अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही व निगरानी के अधिकार भी दिये, लेकिन जब बाड़ी ही खेत खाने लगे तो, खेत की सुरक्षा की उम्मीद किससे की जाये।
प्रशासन को रखा अंधेरे में
प्रशासनिक सूत्रों की माने तो जनपद मानपुर के सीईओ सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने हर दिन जिले की सीमा लांघ कर जयसिंहनगर में बनाये गये हेड क्वाटर में जाने की जानकारी जिला पंचायत और कलेक्टर कार्यालय तक से साझा नहीं की है, इस संदर्भ में उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को भी अंधेरे में रखा है।
प्रभावित हो रहे विकास कार्य
जनपद पंचायत मानपुर के कई पंचायतों के जनप्रतिनिधियों व बुद्धजीवियों ने सीईओ की इस मानमानी से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्याे में अवरोध की बातें कहीं हैं, आरोप है कि शाम होते ही साहब को घर की याद सताने लगती है, जिस कारण आवश्यक कार्य अगले दिन के लिए पेडिंग हो जाते हैं, वहीं अगले दिन सुबह भी साहब के जयसिंहनगर से मानपुर आने का कोई समय निर्धारित नहीं है, मुख्यालय से दूर होने के कारण कलेक्टर और जिला पंचायत के सीईओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का मानपुर से सीधा जुड़ाव नहीं है, इसका फायदा सुरेन्द्र प्रसाद तिवारी जैसे अधिकारी पूरी तरह उठा रहे हैं।
इनका कहना है…
मैं रोजाना जयसिंहनगर नहीं आता, वैसे मेरे साथ नायब तहसीलदार भी आते हैं, आप उनसे चर्चा कर सकते हैं।
सुरेन्द्र प्रसाद तिवारी
सीईओ
जनपद पंचायत मानपुर