सामुहिक विवाह कार्यक्रम में घरेलू गैस का उपयोग

जिम्मेदारों ने दी मौन स्वीकृति
गोहपारू में खुले आम नियमों की उड़ रही धज्जियां



(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में जिन लोगों ने बेटी ब्याहने के लिए सरकारी योजना की आस लगा रखी है, उन्हीं के कार्यक्रम में अगर भ्रष्टाचार या अव्यवस्था हो तो यह किसकी जिम्मेदारी होगी, साथ ही जिनके हाथों में नियम तोडऩे वालों पर कार्यवाही के अधिकार हो वह ही खुलेआम नियम तोड़ते नजर आये, तो आम इंसान शिकायत लेकर किसके पास जाये। मामला जनपद पंचायत गोहपारू मेंं हो रहे सामूहिक विवाह का है, जहां जनपद को सामूहिक विवाह कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन जिम्मेदारों ने इस कार्यक्रम में भी नियमों को धता बताते हुए कार्यक्रम में बन रहे खाने का टेण्डर जिससे दिया है, वह खुलकर इन्हीं के नाक के नीचे घरेलू गैस का उपयोग कर रहा है और जिम्मेदार चुप्पी साधे बैठे हैं। जहां एक ओर रसोई गैस कनेक्शन से संबंधित सभी जानकारियां जमा करने, सिलेंडर बुक करने पर उपभोक्ता के मोबाइल पर एसएमएस और बैंक खाते में सब्सिडी जमा करने के बावजूद घरेलू गैर सिलेंडरों का होटलों में व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं रुक रहा है। वहीं प्रशासन खुद ही ऐसे कृत्य करने वालों को संरक्षण दिये हुए है।
जिम्मेदार कौन
खबर है कि गोहपारू जनपद पंचायत अंतर्गत सामूहिक विवाह का कार्यक्रम संपन्न शनिवार को संपन्न होना है, जिसके लिए विभाग द्वारा कई तैयारियां की गई है, साथ ही भोजन का टेण्डर भी दिया गया, लेकिन घरेलू गैस का उपयोग करने पर प्रशासन की चुप्पी और संरक्षण समझ से रहे हैं, सूत्रों की माने तो जनपद में बैठे जिम्मेदारों ने इस सामूहिक विवाह में कई प्रकार के गोलमाल किये हैं, साथ ही जितने व्यक्तियों का खाने का टेण्डर दिया गया है, इसकी भी जांच होनी चाहिए, वैसे भी गोहपारू जनपद पंचायत भ्रष्टाचार के मामले में सुर्खियों रह चुकी है, साथ ही यहां पर होने वाली शिकायतें भी जनपद में ही धूल खाती नजर आती है। लोगों का कहना है कि इन सबके पीछे आखिर जिम्मेदार कौन है।