सीसी सड़क का घर बैठे हो रहा मूल्याकंन गुणवक्ता की खुलकर हो रही अनदेखी

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शहडोल। शासन-प्रशासन के द्वारा राशि व्यय कर गांव के विकास को सुनिश्चित किये जाने का दावा किया जाता है। जबकि निर्माण के दौरान की जाने वाली अनियमितता विकास के लिये बाधक बन नही है। जिन सड़को की उम्र 10 वर्ष से 30 वर्ष मानी जाती है वह निर्माण के चंद दिनों बाद ही क्षतिग्रस्त होने लगती है। जिसकी वजह से शासन – प्रशासन की मंशा प्रभावित होती है।
बुढ़ार जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नौगई में मनरेगा कनवर्जन के तहत 4 लाख 70 हजार की लागत से सीसी सड़क का निर्माण 152 मीटर ठाड़ीपाथर से समनू कोल के घर तक किया गया। इस निर्माण में वर्ष 2018-19 में कार्य कराया गया जिसमें व्यापक अनियमितताएं की गई हैं। जिसको लेकर क्षेत्रीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
प्राक्कलन के अनुरूप नहीं हुआ कार्य
सीसी सड़क निर्माण में प्राक्कलन के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं किया गया है, इसमें सरपंच, सचिव के द्वारा गांव के हितों को दर किनार कर अनियमितताएं की गई है। इस मामले में ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में समस्या को लाया गया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और निर्माण कार्य लगभग पूर्णता की ओर है।
बेस में नहीं हुआ कार्य
सीसी सड़क निर्माण के लिये का पैक्ट मिसिंग, वाटरिंग तथा निर्माण के पूर्व दी जाने वाली तकनीकी सुविधाओं को दरकिनार कर दिया जाता है। जिसकी वजह से सड़क गुणवत्ताहीन हो जाती है और वह राशि व्यय करने के बाद भी परेशानी का कारण बन जाती है।
ग्रामीणों ने की मांग
ग्राम पंचायत नौगई के स्थानीय लोगों द्वारा मांग की गई है कि ग्राम पंचायत में बनाई गई सभी सड़कों की लंबाई तथा उसके गुणवत्ता की जांच कराई जाये, जिससे कि स्थानीय सरपंच, सचिव की तथा उपयंत्री की जबाबदेही सुनिश्चित की जा सके। उपयंत्रियों के द्वारा घर बैठे मूल्यांकन किये जाने की वजह से गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य हो रहे हैं।

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