गोवर्धे में मशीन से शुरू हुआ उत्खनन

(Amit Dubey-8818814739)
उमरिया। पूरी दुनिया इस समय कोरोना की मार झेल रही है और सभी सोच रहे हैं कि जल्द से जल्द इसका कोई उपचार आ जाये, लेकिन जिले में इसके विपरीत ही रूचि दिखाई जा रही है, यहां पर शहडोल जिले के जयसिंहनगर, गोहपारू, ब्यौहारी जो कि मानपुर से लगा हुआ क्षेत्र है, वहीं कटनी में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है, बावजूद इसके गोवर्धे में कैंप की आड़ में रेत खनन को मंजूरी दे दी गई। मामला सामने आने के बावजूद रोक लगाने की बजाय यहां पर बुधवार को उत्खनन और परिवहन जारी रहा।
नदी में बनाया रास्ता
सोन नदी के गोवर्धे घाट पर एनजीटी के सख्त आदेश के बावजूद कलेक्टर और खनिज अधिकारी की शह पर स्थानीय पुलिस की सांठ-गांठ से मशीन के माध्यम से बुधवार को रैम्प का निर्माण कराया गया, जो कि प्रतिबंधित है, इस मामले में स्थानीय राजस्व अमले की भूमिका भी कटघरे में है, कुछ वाहनों से रेत भी निकाली गई।
अंधेरे में उतरी मशीन
खबर है कि अभी से कुछ देर पहले सोन नदी के गोवर्धे घाट में कैप का निर्माण करने वाले मेसर्स अतुल कुरारिया नामक ठेकेदार ने अपने गुर्गाे के माध्यम से 2 पोकलेन मशीन को नदी में उतार दिया है और 22 हाइवा वाहन से रेत का उत्खनन और परिवहन कराया जा रहा है। सामाजिक कार्यकताओं और पर्यावरण विदों का कहना है कि जिले के मुखिया पर गैंगस्टर कनेक्शन के प्रमाणित आरोप लगे हैं, वह भी रेत के कारोबार को लेकर, इस दौर में उन्होंने कोरोना संक्रमण के रोकथाम और बचाव के लिए काम करने के बजाय, रेत के कारोबार को ही अपनी पसंद समझा, जिससे यह समझ में आता है कि वह सरकार की मंशा पर कितने खरे उतर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed