25 साल के बंदर के ऊपर दर्ज है दर्जनों आपराधिक मामले
14 दिसम्बर को डिक्की से निकाले थे 50 हजार
छग के पेण्ड्रा से पकड़ लाई कोतवाली पुलिस
ससुर के साथ मिलकर करता था चोरियां
( शुभम तिवारी +7879308359)
शहडोल। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद अंतर्गत मीरगंज के रहने वाले सुमित कंजर उर्फ बंदर ने अपने होने वाले ससुर के साथ मिलकर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बीती 14 दिसम्बर को थाना सिंहपुर ग्राम पड़मनिया के सुनील गुप्ता के दो पहिया वाहन से 50 हजार रूपये पार किये थे, जिसकी शिकायत तत्काल पीडि़त द्वारा कोतवाली में दर्ज कराई गई थी, घटना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ के निर्देशन में कोतवाली प्रभारी रावेन्द्र द्विवेदी, एसआई एम.पी. अहिरवार, रामराज पाण्डेय, रजनीश तिवारी, मनहरण पाण्डेय, कन्हैया लाल व संजय उपाध्याय की संयुक्त टीम मामले की पड़ताल में लगी थी, अंतत: चोरी के ही आरोप में बीते दिवस छग के पेण्ड्रा थाने की पुलिस ने कथित आरोपी को पकड़ा, जिसे कोतवाली पुलिस वहां से पकड़कर गुरूवार को शहडोल लेकर आई, जिसके बाद पीडि़त से इसकी शिनाख्त करवाई गई।
उम्र से अधिक अपराधों की संख्या
पुलिस सूत्रों की माने तो सुमित सिसोधिया उर्फ बंदर नामक कथित आरोपी 12 से 15 वर्ष की उम्र से ही अपराध की दुनिया में उतर गया था, मध्यप्रदेश के पन्ना, छतरपुर सहित बुढ़ार व कोतवाली में तो उसके मामले दर्ज हैं ही, छ.ग. के पेण्ड्रा और मरवाही में कई मामले दर्ज हैं, आरोपी को कोतवाली लाने के बाद विभिन्न थानों में दर्ज कथित आरोपी के मामले के खंगाले जा रहे हैं, पेशेवर लूट, चोरी व राहजनी करने वाले कथि आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है, जिससे और भी खुलासे होने की संभावना है।
ससुर-दामाद की जोड़ी
मूलत: उत्तरप्रदेश के मीरगंज में रहने वाले आरोपी ने बीते कुछ समय से कोतवाली अनूपपुर अंतर्गत भोलगढ़ ग्राम में रहने वाले मटरू उर्फ मघ्घू कंजर पिता सीताराम के यहां डेरा जमाया हुआ है, मघ्घू की लड़की से बंदर की शादी होने वाली है, ससुर व दामाद मिलकर घटनाओं को अंजाम देते हैं, 14 दिसम्बर को हुई घटना की जब कोतवाली पुलिस ने पड़ताल की तो उनके हाथ सीसीटीवी कैमरे के फुटेज लगे, जिसमें बंदर डिक्की से रूपये निकालने के बाद अपने ससुर के साथ दो पहिया वाहन में पीछे बैठकर जाते हुए नजर आया, इसी की शिनाख्त पर ही पुलिस आरोपियों तक पहुंची थी।
कई चोरी के मामलों में थी पुलिस को तलाश
छत्तीसगढ़ के पेण्ड्रा से पकडऩे में मिली सफलता