दूषित पानी की वजह से एक माह में पीलिया से 400 लोग ग्रसित

नागरिकों ने कहा- नगर पालिका उपलब्ध नहीं करवा पा रही पीने का साफ पानी
शहडोल – मेडिकल कॉलेज में सोमवार को धनपुरी से चार बच्चे इलाज के लिए पहुंचे। जांच में पता चला कि इन बच्चों में पीलिया के लक्षण हैं। इसी प्रकार चार से ज्यादा बच्चे निजी क्लीनिक में भी जांच के लिए पहुंचे, जिनमें पीलिया के लक्षण मिले। डॉ. मनीष सिंह ने बताया कि बच्चों में ऐसी बीमारी के लक्षण पीने के पानी में अशुद्धि से होती है। धनपुरी में पीलिया के लक्षण वाले मरीजों की संख्या में एक माह से इजाफा दर्ज किया जा रहा है। इससे यहां के नागरिक परेशान हैं। स्थानीय रहवासियों ने आरोप लगाया कि धनपुरी नगर पालिका के जनप्रतिनिधि नागरिकों को पीने का साफ पानी तक मुहैया नहीं करवा पा रहे हैं। बच्चों में पीलिया के जो लक्षण मिल रहे हैं, ऐसा पानी में सीवर का पानी मिलने के बाद होता है। पीलिया के मरीजों को लेकर धनपुरी के शासकीय अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि धनपुरी स्थित सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 मरीज आ रहे हैं। इनमें बच्चे और किशोर होते हैं। कुछ को दवा देकर घर पर आराम करने की सलाह दी जाती है। कुछ मरीजों की स्थिति गंभीर होने पर भर्ती करने की नौबत आन पड़ती है। यहां बीते एक माह में 4 सौ ज्यादा मरीज पीलिया पीड़ित आ चुके हैं।
अध्यक्ष रविंदर कौर छाबड़ा ने बताया कि कुछ दिन पहले ऐसी शिकायतें आने के बाद पानी की जांच करवाई गई थी। जांच रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं मिला था। अब मामले फिर सामने आ रहे हैं तो एक बार फिर दिखवा लेते हैं कि कहां सुधार की गुंजाइश है। नगर पालिका द्वारा नागरिकों को नलकूप का पानी सप्लाई की जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष शोभाराम पटेल ने बताया कि धनपुरी में पीलिया के मरीजों की संख्या में इजाफा चिंताजनक है। प्रत्येक नागरिक का अधिकार है कि उन्हें उपयोग के लिए साफ पानी मुहैया हो। अगर जिम्मेदार साफ पानी तक उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं तो यह चिंता की बात है। नागरिकों की समस्या दूर नहीं हुई तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।