विवाह समारोह में कलेक्टर को अपने बीच पाकर खुशी से फूला नहीं समा रहा था परिवार

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विवाह समारोह में कलेक्टर को अपने बीच पाकर खुशी से फूला नहीं समा रहा था परिवार


कटनी॥ कलेक्टर अवि प्रसाद अपने वादे को निभाते हुये बुधवार की रात महिला बाल विकास विभाग के लिपिक पंकज दीपांकर की बहन वैशाली की शादी में पहुँचे और वर-वधू को आशीर्वाद देकर उनके सुखी दांपत्य जीवन की कामना की । कलेक्टर को अपने बीच पाकर पूरा दीपांकर परिवार प्रफुल्लित था। वैशाली की मां मीना दीपांकर ने कहा – मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझ जैसे साधारण परिवार के आमंत्रण पर… कलेक्टर श्री प्रसाद वैशाली की शादी में आएंगे। मीना ने कहा कि मैंने कलेक्टर साहब की सहृदयता और संवेदनशीलता के बारे में जितना सुना था, उन्हें उससे कहीं अधिक बढ़कर उन्हें पाया। कलेक्टर श्री प्रसाद को अपने बीच पाकर पूरा दीपांकर परिवार खुशियों से सराबोर और अभिभूत था। वैशाली की मां मीना ने कहा कलेक्टर साहब बहुत ही दयालु हैं,उन्होंने वैशाली के विवाह समारोह में शामिल होकर इसे यादगार और अविस्मरणीय बना दिया। मीना ने कहा -…वैशाली जब 19 साल की थी तभी उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। बेटे पंकज को उन्हीं की जगह पर अनुकंपा नियुक्ति मिली । लेकिन रह-रहकर दिन-रात ..वैशाली की शादी की चिंता सताती थी, कि बिना बाप की बेटी की शादी कैसे होगी। कलेक्टर साहब ने विवाह स्थल सिंधु सदन माधवनगर पहुंचकर नवयुगल को आशीर्वाद दिया । कभी सोचा नहीं था, कि उसे शादी में आशीर्वाद देने स्वयं…. कलेक्टर आएंगे । लेकिन उन्होंने शादी में शामिल होकर मेरे परिवार को बहुत सम्मान दिया। मीना…. खुशी से फूली नहीं समा रही थीं…….आंखों में खुशी के आंसू थे और कह रही थी, कि वैशाली कितनी खुशनसीब है, कि उसके बारात की अगवानी करने स्वयं जिले के कलेक्टर मौजूद हैं। मीना ने कहा कि कलेक्टर साहब की वैशाली की शादी में मौजूदगी को पूरा दीपांकर परिवार रिश्तेदार और आने वाली पीढ़ियां और मैं.तो.कम से कम.जीवन भर नहीं भूल पाऊंगी।

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