क्षेत्रीय आदिवासी और बेरोजगार युवाओं से प्रशासन और प्राइवेट कंपनियों के वादा खिलाफी के खिलाफ लड़ाई रहेगी जारी : रिंकू रामजी मिश्रा

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क्षेत्रीय आदिवासी और बेरोजगार युवाओं से प्रशासन और प्राइवेट कंपनियों के वादा खिलाफी के खिलाफ लड़ाई रहेगी जारी : रिंकू रामजी मिश्रा

जेएमएस माइनिंग कंपनी का घेराव कर ग्रामीणों ने रोजगार दिलाए जाने की मांग


अनूपपुर । अनूपपुर जिले के कोयलांचल क्षेत्र में दर्जनों कोल माइंस की एसईसीएल की खदानें, के साथ कोतमा विधानसभा क्षेत्र में दो नए प्राइवेट खदानें खुलने के बाद भी क्षेत्र के युवा बड़ी तादाद पर बेरोजगार हैं, रोजगार के अवसर ढूंढने के लिए युवा पैतृक क्षेत्र से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं, कोयलांचल क्षेत्र के अधिकांश युवा नौकरी की तलाश में बड़े शहरों का रुख कर रहे हैं जबकि क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के शासकीय और प्राइवेट कोयला खदान उपलब्ध है लेकिन प्राइवेट कंपनी की तानाशाही और गवर्नमेंट के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के कारण क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है वहीं प्राइवेट कंपनियों में कोलकाता राजस्थान हरियाणा से प्राइवेट कर्मचारी लाकर क्षेत्रीय युवाओं के रोजगार का हक मारा जा रहा है जिसके खिलाफ जिला पंचायत सदस्य रिंकू रामजी मिश्रा ने युवाओं को रोजगार दिलाने के अलख जगाई है। रिंकू राम जी मिश्रा ने क्षेत्र के युवाओं को एकत्र कर शासन प्रशासन से रोजगार की मांग करने और प्राइवेट कंपनी में चल रहे तानाशाही के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर दिया है। रिंकू राम जी मिश्रा ने हजारों युवाओं के साथ प्राइवेट ठेका कंपनी जेएमएस का घेराव कर क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार दिलाने की मांग की है।

बिजुरी में जेएमएस कंपनी का घेराव, रोजगार के लिए युवाओं का हल्ला बोल

गुरुवार को बिजुरी नगर के कपिलधारा कॉलोनी में स्थित माइनिंग कंपनी के कार्यालय का ग्रामीणों के द्वारा घेराव करते हुए रोजगार दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया। जहां जिला पंचायत सदस्य राम जी रिंकू मिश्रा के साथ ही प्रभावित ग्रामों के सरपंच तथा जनपद सदस्य एवं हजारों की संख्या में ग्रामीण आंदोलन स्थल पर डटे रहे। इसके साथ ही कानून व्यवस्था को देखते हुए कई थानों की पुलिस मौके पर उपस्थिति रही एवं नायब तहसीलदार बिजुरी भी रहे।

इन मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं ग्रामीण

ग्राम बसखला ,बसखली,ठोडहा,मौहरी मे कोयला खदान प्रारंभ करने के लिए स्थानीय ग्रामीणों से भूमि का अर्जन किए जाने के पश्चात रोजगार अब तक प्रधान ग्रामीणों को नहीं किया गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा लंबे समय से मामले की शिकायत कलेक्टर कार्यालय सहित वरिष्ठ अधिकारियों से किए जाने के पश्चात कार्यवाही न होने पर कंपनी कार्यालय का घेराव करते हुए आंदोलन पर बैठे रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी के द्वारा प्रारंभ के समय प्रभावित ग्रामों के 1000 लोगों को रोजगार दिए जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब वह वादे से मुकर रहा है।कम्पनी द्वारा ग्राम बसखला में सार्वजनिक जलाशय तालाब को बाउंड्री के भीतर घेर कर अतिक्रमण कर लिया गया है जो की गाँव के अधिकांश लोगों के निश्तार की एक मात्र जल स्त्रोत है । कोयला खदान परियोजना के संचालन हेतु सम्बन्धित ग्राम पंचायतों से पेसा एक्ट के तहत ग्राम सभा से अनुमोदन व अनापत्ति ली जाए । इसके साथ ही हसदेव क्षेत्र के विभिन्न खदानों में कंपनी के द्वारा ठेकेदार मजदूर रखे गए हैं जिनका कंपनी के द्वारा शोषण करते हुए निर्धारित वेतन नहीं दिया जा रहा है। परियोजना के प्रभावित गाँव में सी एस आर के तहत शिक्षा,स्वास्थ्य ,खेल,सड़क,बिजली, की व्यवस्था कराई जाए। प्रभावित गाँव में उक्त परियोजना से सम्बन्धित कौशल विकास केंद्र के रूप मे प्रशिक्षण केंद्र संचालित की जाए जिसमे उक्त परियोजना मे उपयोग मे आने वाले सभी तकनीकी विषयों का प्रशिक्षण दिया जाए ।

रविवार को प्रबंधन व किसानों की होगी बैठक

किसानों तथा कंपनी प्रबंधन के बीच बढ़ता विवाद देखकर राजस्व अधिकारियों तथा पुलिस बल के द्वारा मध्यस्थता करते हुए लिखित आश्वासन दिया गया है जिसमें रविवार को कंपनी प्रबंधन तथा किसानों के बीच बैठक का आयोजन करते हुए सभी समस्याओं को दूर किए जाने के संबंध में वार्ता की जाएगी। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि रविवार को भी वह इतनी ही संख्या में कार्यालय पहुंचेंगे और उनकी सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो वह फिर से धरने पर बैठ जाएंगे। किसानों का नेतृत्व कर रहे जिला पंचायत सदस्य रामजी रिंकू मिश्रा का कहना है कि यदि कंपनी ने मांगे पूरी नहीं की तो अभी कंपनी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन आगामी दिनों में जहां कंपनी के द्वारा कोयला खदान प्रारंभ की जा रही है वहां आंदोलन करते हुए कार्य को रोका जाएगा।

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