सोने से भी मंहगी बिकेगी सोन नदी की रेत
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सोन नदी की रेत बिकेगी सोने से भी मंहगी (मुख्य हेडिंग)
अनूपपुर जिला बना नासूर, भोपाल की पार्टी को मिला लगभग 35 करोड में ठेगा
अपने सपनो का आशियाना बनाने के लिए अब लोगो को तिगुनी दाम में रेत खरीदनी पडेगी। पूर्व वर्षो में हुए ठेका का ढाई गुना दर बढाकर इस वर्ष नया ठेका प्राप्त हुआ है, भोपाल के ठेकेदार अमन सेठी को लगभग 35 करोड में यह ठेका मिला है, जो शासन की जीएसटी एवं अन्य टैक्स मिलाकर 45 करोड के ऊपर तक पहुंचेगा, इसलिए खदान से लेकर बाजार तक बिकने वाली सोन नदी की रेत अब सोने से भी मंहगी कीमत में बिकेगी।
अनूपपुर। जिलेभर की रेत खदान नीलामी के बाद आगामी माह में बिक्री के लिए तैयार हो जोयगा। पूर्व वर्षो की भांति इस वर्ष नवीन ठेकेदार को लगभग 35 करोड में ठेका प्राप्त हुआ है, जिसके कारण जिलेभर में रेत मंहगी बिकेगी। रेत के दाम में उछाल आने से लोगों के लिए घर बनाने का सपना महंगा हो जायेगा। रेत के दाम 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ जायेंगे और विके्रताओं के अनुसार कुछ दिनों बाद रेत सस्ती मिलने की उम्मीद नहीं है, बल्कि रेत के दामों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इससे जहां आम लोग परेशान हैं, वहीं रेत बेचने वाले ठेकेदारों की चांदी हो जायेगी।
40-45 हजार में मिलेगा रेत भरा हाईवा
पूर्व में अनूपपुर जिले का ठेका मात्र 13 करोड में प्राप्त हुआ था, टैक्स सहित लगभग 16 करोड में प्राप्त हुआ था, जिसके बाद खदान से रेत की कीमत 12-14 हजार रूपए हाईवा, 4200-4500 रूपए मेटाडोर व टै्रक्टर में 1800-2000 रूपए लोगों को मिलती थी। लेकिन अब भोपाल के ठेकेदार अमन सेठी को 35 करोड का ठेका प्राप्ति के साथ जीएसटी एवं अन्य खर्च शासन को देने के बाद लगभग 45 करोड से ऊपर ठेका पडेगा, जिसके बाद ठेकेदार रेत खदान से रेत का दर लगभग 40-45 हजार रूपए हाईवा, 10-12 हजार रूपए मेटाडोर व टै्रक्टर में 4000-4500 रूपए बेचने का कार्य कर सकता है, वही बाजार में गाडियों की भांडे सहित अनुमानित लगभग बढ जायेगी और इसके पूरे खर्च लोगों को उठाना पडेगा।
बढ जायेंगे प्रति घन मीटर रेत के दर
जानकारी के अनुसार माइनिंग साइट्स में रेत समूह अनूपपुर की स्टार्ट बिड 213,651,000.00 से वर्तमान बिड 353,025,000.00 करोड में समाप्त हुआ है। नीलामी दर बढने के कारण जिलेभर में रेत विक्रय के लिए प्रति घन मीटर दर बढाया जायेगा, जिसके कारण हर गाडियों को रेत खदान से लोडिंग के पूर्व प्रति घन मीटर कई गुना राशि भुगतान करना पडेगा। पूर्व में लगभग 600 रूपए प्रति घन मीटर लोगों को खदान से रेत प्राप्त होता था, लेकिन नवीन ठेका पद्विति के कारण अब लोगों को 1800 से 2000 रूपए प्रति घन मीटर रेत मिलने की संभावना जताई जा रही है।
पीएम आवास का सपना होगा अधूरा
गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास का सपना अब कहीकत से कोसो दूर हो जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में महज 1 लाख 30 हजार रूपए में घर बनाना होता है, लेकिन रेत की कीमत में कई गुना इजाफा होने से उनके बजट में कमी आ जायेगी और आवास का सपना अधूरा रह जायेगा। शासन-प्रशासन के द्वारा इस विषय पर विचार करना पडेगा अन्यथा मध्यम वर्गीय परिवार और गरीब आदमी अपने सपनो के आशियानों को पूर्ण करने में असफल रह जायेगा या फिर खून-पसीने की गाडी कमाई इस मंहगाई में खो देगा।
बाजार में बिकेगी और भी मंहगी रेत
रेत खदान में जिस दर पर कारोबारियों को रेत मिलेगा, उसके अतिरिक्त गाडियों का किराया, लेबर जांर्च व खरीद दर में फायदे कमाने के बाद बाजार व लोगों के घरो तक रेत पहुंचेगा, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रति घन मीटर व गाडियों का अतिरिक्त भार लोगों को चुकाना पडेगा, कुलमिलाकर सोन नदी की रेत सोन से भी मंहगी इस वर्ष खरीदना पडेगा और इसका खामियाजा आमजन मानस को भुगतना पडेगा।
इनका कहना है
बिड क्लोज हो गई है, अभी अधिकारिक जानकारी अप्राप्त है, पत्र आने के बाद पूरी जानकारी उपलब्ध करा दी जायेगी।
ईशा वर्मा, इंस्पेक्टर
खनिज विभाग अनूपपुर