पांच परिवारों को श्रद्धा महिला मंडल ने बना आत्मनिर्भर

तीन महिलाओं को हाथ ठेला सहित सब्जियां और युवक को दी चलित चाय दुकान
धनपुरी। साउथ ईस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड के सोहागपुर एरिया हाऊस में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धा महिला मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मिश्रा बिलासपुर से यहां पहुंची थी, आयोजित कार्यक्रम में श्रीमती मिश्रा के साथ एरिया मुख्यालय के महाप्रबंधक श्रीकृष्णा और उनकी पत्नी अर्पणा श्रीकृष्णा, अजय द्विवेदी, अनिल रूखचंदानी, प्रीति सिंह, अनुपम श्रीनिवास, संगीता सिंह सहित दर्जनों महिलाएं और कोल इंडिया के अधिकारी मौजूद थे। आयोजित कार्यक्रम में पांच परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनके पूर्व के रोजगार को संबल प्रदान किया गया तथा तीन महिलाओं व एक पुरूष को सब्जियों सहित ठेले दिये गये, वहीं एक को चलित चाय दुकान भेंट की गई, इससे पूर्व गरीब बस्तियों और जरूरतमंदों को 200 से अधिक कंबल श्रीमती पूनम मिश्रा द्वारा भेंट करते हुए कडक़ड़ाती ठण्ड से राहत दिलाई गई। सोहागपुर एरिया से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले सब्जी के कारोबार में लगी महिलाओं का समिति द्वारा पहले चयन किया गया और यह देखा गया कि कौन से परिवार ऐसे हैं, जिनकी जिम्मेदारी महिलाओं के कंधो पर है और मेहनत व लगन के बाद भी आर्थिक आभाव के कारण उनका जीवन स्तर ऊपर नहीं आ पा रहा है और परिवार बेबसी का जीवन जी रहे हैं, श्रद्धा महिला मण्डल ने इसके लिए ग्राम बिम्हौरी के सुरेश, धनपुरी की प्रभा, छिरहटी की मीना और ग्राम अमिलिहा की चंद्रवती का चयन किया गया, श्रीमती अर्पणा श्रीकृष्णा ने बताया कि श्रद्धा महिला मण्डल की दीदी श्रीमती पूनम मिश्रा के मार्गदर्शन में महिलाओं को सोहागपुर हाऊस बुलाया गया था, यह तय किया गया कि ठेला न होने के कारण सब्जियां एक ही स्थान पर बेचना मजबूरी थी, जिससे बिक्री भी कम होती थी और बिक्री न होने के कारण सब्जियां खराब होने से नुकसान भी होता था, मण्डल ने तय किया कि अच्छे हाथ ठेले और एक बार ठेला भरकर सब्जियां यदि इन्हें मिल जाये तो, पहले से दुगनी सब्जियां घूम-घूम कर बेच सकेंगे, इससे परिवार आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा। ग्राम छिरहटी में रहने वाला विनोद एक छोटी सी टेबिल लगाकर सडक़ के किनारे चाय बेचा करता था, समीप स्थित कोल माईसों में आने-जाने के दौरान श्रद्धा महिला मण्डल के महिलाओं की नजर इस पर पड़ी, ईमानदारी से पूरे दिन परिश्रम के बाद भी विनोद बमुश्किल दो से तीन सौ रूपये का धंधा कर पाता था, महिला मण्डल ने तय किया कि उसे हाथ ठेला दिया जाये तो, वह उक्त स्थान के अलावा कालरी के गेट, कालोनी और समय-समय पर अन्य बाजार में भी जाकर चाय बेच सकता है, जिससे उसकी आय बढ़ेगी। छिरहटी में वह ईंधन के रूप में छोटी सी भट्टी बनाकर उसमें कोयले का उपयोग करता था, लकड़ी के ठेले में कोयले की भट्टी बनाना मुश्किल था, जिस कारण उसे छोटा सा गैस सिलेण्डर और चूल्हा भी महिला मण्डल ने दिया, शनिवार को श्रीमती पूनम मिश्रा के हाथों यह सामग्री पाकर विनोद की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उसने मौके पर ही चाय बनाकर महिला मण्डल की सदस्यों को चाय भी परोसी। ग्राम लखबरिया की रहने वाली संगीता चौधरी अपने परिवार के साथ श्रद्धा महिला मण्डल के बुलावे पर यहां पहुंची थी, दिव्यांग संगीता को सोहागपुर हाऊस में श्रीमती पूनम मिश्रा और श्रीमती अर्पणा श्रीकृष्णा के द्वारा ट्राइसिकिल भेंट की गई। वर्षाे से दिव्यांग संगीता के जीवन में यह पहला मौका था जब उसे जीने की कोई वजह मिली हो, इस दौरान संगीता भावविभोर होकर रो पड़ी तो, श्रीमती मिश्रा ने उसे सीने से लगा लिया, इतना ही नहीं संगीता के साथ आये परिजनों ने बताया कि उसका कुछ दिनों से स्वास्थ्य ठीक नहीं है, जिसके तत्काल बाद ही महाप्रबंधक पी.श्रीकृष्णा ने केन्द्रीय चिकित्सालय के चिकित्सक और अन्य स्टॉफ को मौके पर बुलाया और उसका स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं आदि दी गई।