…..कलेक्टर की अपील….. जान जोखिम में डाल ना करें बढ़े जलस्तर वाले नदी- नालों को पार.रील व सेल्फी के चक्कर में जान जोखिम में न डालें कलेक्टर ने नागरिकों से बढ़े जलस्तर वाले नदी- नालों को पार नहीं करने की अपील जान जोखिम में नहीं डालने आम जनता से सावधानी और सतर्कता बरतने किया आग्रह
…..कलेक्टर की अपील…..
जान जोखिम में डाल ना करें बढ़े जलस्तर वाले नदी- नालों को पार.रील व सेल्फी के चक्कर में जान जोखिम में न डालें
कलेक्टर ने नागरिकों से बढ़े जलस्तर वाले नदी- नालों को पार नहीं करने की अपील
जान जोखिम में नहीं डालने आम जनता से सावधानी और सतर्कता बरतने किया आग्रह
कटनी।। कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिले के कई क्षेत्रों में जारी बारिश को देखते हुए आम नागरिकों से इस दौरान सावधानी बरतने की अपील की है। जिससे की इस दौरान किसी भी प्रकार की जन-धन की हानि की रोकथाम सुनिश्चित हो सके। कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा है कि ढीमरखेड़ा अंचल के बेलकुंड एवं दतला नदी उफान पर है। इसके अलावा जिले के अन्य अंचलों के मौसमी नदी -नालों के जलस्तर में वृद्धि होने पर उनसे सुरक्षित दूरी बना कर रखें। नदी -नालों के उफान पर होने पर पुल -पुलिया के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में इसे वाहन सहित या पैदल पार करने का दुस्साहस बिल्कुल नहीं करें। किसी भी हाल में जान जोखिम में न डालें। ऐसा खुद भी करें और दूसरों को भी बढ़े जलस्तर वाले जल स्त्रोत नदी -नाले से सुरक्षित दूरी बनाकर रखने की सलाह दें।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार सहित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने कार्य क्षेत्र के संभावित जल भराव वाले निचले हिस्से और तटीय इलाकों पर नजर रखे। कलेक्टर ने आपदा राहत की विगत दिनों आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया था कि ज़रूरत के मुताबिक स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पशुधन और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए स्थलों का पहले से चयन कर लें और भोजन पानी सहित दवाइयों की व्यवस्था कर लेवें। कलेक्टर श्री प्रसाद ने निर्देश दिए हैं कि वर्तमान में बारिश के मद्देनजर आवश्यकता पड़ने पर लोगों को पूर्व से चयनित इन्हीं स्थानों और भवनों में शिफ्ट करने की व्यवस्था करें।
पानी उफान पर होने पर पुल-पुलिया पार नहीं करें
बारिश से नदी -नालों एवं निचले इलाकों में पानी का स्तर अचानक तेजी से बढ़ता है, विशेष कर पहाड़ी क्षेत्रों में नदी नालों में जल्दी ही पानी का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में जलस्तर के घुटने का इंतजार करें या कहीं आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें। लेकिन किसी भी स्थिति में उफान और बढ़े जलस्तर वाले पुल- पुलिया, नदी- नालों को पार नहीं करें। जिंदगी अनमोल है, छोटी सी गलती और दुस्साहस से जीवन को संकट में न डालें। कलेक्टर श्री प्रसाद ने जिले के आमजनों से अपील की है कि वे नदी- नालों व जलभराव वाले स्थानों से दूर रहें। सड़क और पुल के उपर से पानी बहने की स्थिति में उस जगह को पार करने का जोखिम बिल्कुल भी ना उठाएं।
रील व सेल्फी के चक्कर में जान जोखिम में न डालें
मानसून के सक्रिय होने से मौसम भी सुहाना हो चुका है। ऐसे में नदी -नालों ,पुल- पुलिया के किनारे और प्राकृतिक झरने वाले स्पॉट्स लोगों की पहली पसंद होती है। ऐसे में मौसम का लुत्फ – जरूर उठाएँ लेकिन रील बनाने,सेल्फी लेने और रोमांच के चक्कर में अपनी और अपने परिवार की जान से खिलवाड़ न करें, विशेष कर बच्चों को तेज पानी के बहाव वाले स्थान पर न जाने दें।क्योंकि लगातार हो रही बारिश के कारण कब, कहाँ से पानी का बहाव तेज हो जाए, ये किसी को नहीं पता। पुलिस-प्रशासन आपको समझाइश और अलर्ट कर सकता है, लेकिन अंतिम निर्णय आपकी समझदारी पर ही निर्भर होगा।