युवा समाजसेवी लक्ष्मी को मिली पीएचडी मानक की उपाधि

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शहडोल। कहते हैं की प्रतिभा न तो किसी की मोहताज होती है और नहीं उसे दबाने से कभी दबाया जा सकता है आदिवासी अंचल के एक सामान्य परिवार में जन्मी युवती ने अपने मेहनत और लगन से इस कहावत को चरितार्थ करके दिखाया है शहडोल जिले के नगर परिषद बालो में रहने वाली समाजसेवी अधिवक्ता लक्ष्मी केवट ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है हमने अपने नाम के आगे डॉक्टर लक्ष्मी केवट लिखने की मान्यता शान द्वारा दे दी गई है गौरतलाप है कि प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत रही बखान में लक्ष्मी केवट पांच के पद पर भी रही है,

सुश्री केवट बुढार स्थित नेहरू महाविद्यालय में बतौर संविदा सहायक प्रोफेसर के तौर पर भी अपनी सेवाए दे चुकी है,वही लंबे समय से बकहो क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय नेत्री के रूप में भी अपनी भूमिका अता करती रही है।

सामान्य परिवार में जन्मी डा.लक्ष्मी केवट को अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय रीवा से शोध निर्देशक डा.एस एम प्रजापति विभागाध्यक्ष भूगोल प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय नेहरू स्नातक महाविद्यालय बुढार के शोधकर्ता के शोध शीर्षक “अमरकंटक परिप्रदेश में परिस्थिकीय पर्यटन समस्याएं एवम विकास की संभावनाएं एक भौगोलिक अध्ययन” के विषय भूगोल पर कुशल निर्देशन पर पूर्ण कालिक डाक्टर की उपाधि प्राप्त की।
सुश्री लक्ष्मी केवट ने बताया की उनके पिता प्रेम कुमार केवट एवम माता चिनवती केवट तथा शासकीय टी आर एस महाविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डा वी पी सिंह एवम डा बी के शर्मा जी को दिया।
इस उपलब्धि पर डा अनिल उपाध्याय, डा मनोज कुजूर, डा आई के वेक, मुन्ना प्रजापति, सुनील जयसवाल, विकास जायसवाल, डा मनीष महरा, सागर प्रजापति, विराट फाउंडेशन,के समस्त पदाधिकारी,विजय विश्वकर्मा,एड विजय गुप्ता,नीलेश सिंह,संजय कुशवाहा,नीतेश सिंह,रमेश त्रिपाठी, टीकम नायक,बद्री उपाध्याय,नीलम सिंह, चम्पा केवट, रीना सोनी, रीना मांझी,रोशनी केवट,मधु केवट,दीपेश सरकार,बृजलाल पनिका,बिटिया मुस्कान केवट आदि ने उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।

युवा समाजसेवी लक्ष्मी को मिली पीएचडी की उपाधि

कहते हैं की प्रतिभा न तो किसी की मोहताज होती है और नहीं उसे दबाने से कभी दबाया जा सकता है आदिवासी अंचल के एक सामान्य परिवार में जन्मी युवती ने अपने मेहनत और लगन से इस कहावत को चरितार्थ करके दिखाया है शहडोल जिले के नगर परिषद बकहो में रहने वाली समाजसेवी अधिवक्ता लक्ष्मी केवट ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है हमें अपने नाम के आगे डॉक्टर लक्ष्मी केवट लिखने की मान्यता शान द्वारा दे दी गई है गौरतलब है कि प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत बकहो में लक्ष्मी केवट पंच के पद पर भी रही है,

सुश्री केवट वही लंबे समय से बकहो क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय नेत्री के रूप में भी अपनी भूमिका अदा करती रही है।

सामान्य परिवार में जन्मी डा.लक्ष्मी केवट को अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय रीवा से शोध निर्देशक डा.एस एम प्रजापति विभागाध्यक्ष भूगोल प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय बुढार के शोधकर्ता के शोध शीर्षक
“अमरकंटक परिप्रदेश में परिस्थिकीय पर्यटन समस्याएं एवम विकास की संभावनाएं एक भौगोलिक अध्ययन” के विषय भूगोल पर कुशल निर्देशन पर पूर्ण कालिक डाक्टर की उपाधि प्राप्त की।
सुश्री लक्ष्मी केवट ने बताया की इसका श्रेय उनके पिता श्री प्रेम कुमार केवट व माता श्रीमती चित्रवती केवट तथा शासकीय टी आर एस महाविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डा वी पी सिंह एवम डा बी के शर्मा जी को देती है
इस उपलब्धि पर डा. अनिल उपाध्याय, डा. मनोज कुजूर, डा. आई के वेक,एस. पी. साहू मुन्ना प्रजापति,सागर प्रजापति डॉ मनीष महरा रितेश सिंह, बद्री उपाध्याय, टीकम नायक,सुनील जयसवाल, विकास जायसवाल, विराट फाउंडेशन,के समस्त पदाधिकारीगण एडवोकेट विजय गुप्ता,एडवोकेट नीलेश सिंह,एडवोकेट संजय कुशवाहा,एडवोकेट विजय कुमार विश्वकर्मा एडवोकेट नीतेश सिंह,एडवोकेट रमेश त्रिपाठी, एडवोकेट मनोज तिवारी एवं समस्त वरिष्ठ अधिवक्ता गण महोदय नीलम सिंह, चम्पा केवट, रीना सोनी, रीना मांझी,रोशनी केवट,मधु केवट,दीपेश सरकार,जिउत प्रसाद,बृजलाल पनिका,बिटिया मुस्कान केवट आदि ने बधाई व शुभकामनायें दी साथ ही मेरी उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।

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