दिनदहाड़े युवक की चाकू घोंपकर हत्या:पुरानी रंजिश में वारदात, पुलिस ने दो आरोपियों को चंद घंटो मे किया गिरफ्तार
दिनदहाड़े युवक की चाकू घोंपकर हत्या:पुरानी रंजिश में वारदात, पुलिस ने दो आरोपियों को चंद घंटो मे किया गिरफ्तार
कटनी।। कोतवाली के बस स्टेण्ड चौकी अंतर्गत इण्डिया होटल के पास मंगलवार को दिनदहाड़े चाकू से हमला कर एक युवक की हत्या कर दी गई। पुरानी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बस स्टेण्ड चौकी क्षेत्र की है। दरअसल ऑटो में सवारी भरने को लेकर दो दिन पहले हुए विवाद और मारपीट की घटना के कारण एक ऑटो चालक को कुछ युवकों ने मारपीट करते हुए दनादन चाकू मार दी। कुठला थाना क्षेत्र के अंतर्गत पहरुआ निवासी 36 वर्षीय लकी गुप्ता पिता स्वर्गीय प्रमोद गुप्ता ऑटो चलाकर जीवन यापन करता था। रोज की तरह लकी मंगलवार ऑटो चलाने के लिए निकला तभी करीब 2:30 बजे सुमित बर्मन, आर्यन बर्मन और सौरभ यादव सहित अन्य युवकों ने उसे विवाद के संबंध मे बातचीत करने के लिए इण्डिया होटल बुलाया तभी सुमित, आर्यन और सौरभ सहित अन्य युवकों ने उसके साथ गाली-गलौज करतें हुए चाकू निकाल कर ताबड़तोड़ वार किया जिससे उसे संभलने का मौका ही नहीं मिला। देखते ही देखते खून से लथपथ लकी जमीन पर गिर गया। खून से लथपथ युवक को शासकीय जिला चिकित्सालय लाया गया जहाँ पर युवक ने दम तोड़ दिया।इस घटना की जानकारी लोगों ने लकी के परिजनों को दी। जिसके परिजन आनन-फानन में जिला चिकित्सालय पहुंचें.चिकित्सकों ने जांच के बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया। वारदात के बाद मोके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद दो आरोपियों को चंद घंटो के बाद पकड़ लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
दो दिन पहले हुआ था विवाद
कुठला थाना क्षेत्र के अंतर्गत पहरुआ निवासी 36 वर्षीय लकी गुप्ता पिता स्वर्गीय प्रमोद गुप्ता ऑटो चलाकर जीवन यापन करता था। 2 दिन पहले ऑटो में सवारी भरने की बात को लेकर मृतक लकी का विवाद अहमद नगर के समीप सुमित बर्मन, आर्यन बर्मन और सौरभ यादव नामक युवकों से हुआ था। विवाद के बाद मारपीट भी हुई थी जिसके कारण लकी के सिर पर चोट भी आई थी और इस घटना की शिकायत बस स्टैंड चौकी में कराई गई थी।
पुलिस की उदासीनता ने ली जान
परिजन ने बताया कि, सुमित बर्मन, आर्यन बर्मन और सौरभ यादव ने पहले भी लकी के साथ मारपीट किया था। उस समय भी उस पर हमला किया था। लेकिन, तब पुलिस ने उदासीनता बरती और आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई नहीं की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस अगर पहले ही उसके खिलाफ कार्रवाई करती तो लकी की हत्या नहीं होती।