सुनसान जंगल में फंसे श्रद्धालुओं की मदद,फ़रिश्ता बनी शहडोल पुलिस

0
देर रात डीजल खत्म होने पर डायल- 100 की टीम ने पहुंचाई मदद, यात्रियों ने जताया आभार
शहडोल। पुलिस का काम केवल अपराधियों को पकड़ना ही नहीं होता, कभी-कभी वे ऐसे मौकों पर भी जीवन रक्षक बन जाते हैं, जब आम नागरिक संकट में होता है। ऐसा ही एक सराहनीय उदाहरण शहडोल जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र में उस समय देखने को मिला, जब मध्य रात्रि को जंगल में फंसे तीर्थयात्रियों की मदद कर पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की।
28 मई की रात लगभग 1 बजे छत्तीसगढ़ के कवर्धा निवासी सेवक पटेल अपने परिवार और साथियों के साथ माता मैहर के दर्शन कर रायपुर लौट रहे थे। जैसे ही उनका वाहन सिंहपुर थाना अंतर्गत ग्राम चटहा के पास पहुंचा, स्कॉर्पियो का डीजल खत्म हो गया। घना अंधेरा, सुनसान रास्ता और आसपास कोई मदद का साधन न होने की स्थिति ने यात्रियों को चिंता में डाल दिया।
इसी दौरान ग्राम पतखई से नोडल प्वाइंट लौट रही डायल-100 एफआरव्ही की टीम वहां से गुज़र रही थी। श्री पटेल ने तुरंत मदद की गुहार लगाई, जिस पर ड्यूटी पर तैनात सहायक उपनिरीक्षक राजेंद्र तिवारी और पायलट भरत कुमार यादव ने मानवीयता का परिचय देते हुए तुरंत नजदीकी पेट्रोल पंप से डीजल लाकर वाहन में डलवाया।
वाहन में डीजल डालने के बाद तीर्थयात्री सकुशल अपने गंतव्य रायपुर के लिए रवाना हो सके। संकट की इस घड़ी में मिली त्वरित सहायता के लिए श्री पटेल और उनके साथियों ने पुलिस टीम का हृदय से आभार जताया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में शहडोल पुलिस की चौतरफा सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर भी डायल-100 टीम की तत्परता और सेवा भावना की प्रशंसा की जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस केवल अपराध रोकने वाली संस्था नहीं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए हर समय तैयार रहने वाली संस्था है। ऐसे प्रयास समाज में पुलिस के प्रति विश्वास को और भी मजबूत करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed