कलेक्टर नहीं जागे तो,ईश्वर ने गिरा दिया अवैध निर्माण #राजाभईया #सरकारी भूमि पर कब्जा

शहडोल। कहते है ऊपर वाले के दरबार में सबका लेखा जोखा होता है….नीचे की माया से दूर….देर से ही सही…. सबके खातेबही का बैलेंस बनता ही है….. जिले के सोहागपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरहा में नजूल की भूमि पर स्थानीय इलाकेदार के कब्जे का मामला लगातार सुर्खियों में रहा है, इस मामले में स्थानीय सरपंच ने कलेक्टर को शिकायत दी, तो दबाव बनाने के फेर में रघुनंदन सिंह उर्फ राजा भैया ने उन्हें 100 करोड़ का नोटिस थमा दिया।
हालांकि यह पूरा मामला नोटिस तक ही सीमित रहा और नोटिस की मियाद पूरी होने के बाद भी माननीय न्यायालय में वाद दायर करने के लिए निर्धारित रकम अभी तक नहीं जमा की गई, इस तरह की खबरें हैं ।
फिलहाल जिन बिंदुओं को लिखकर आदिवासी कोल जनजाति की महिला सरपंच दुजी बाई ने कलेक्टर को शिकायत दी थी, वहां आज भी अतिक्रमण बदस्तूर बना हुआ है, बीते दिवस धनपुरी में जिला प्रशासन के टीम के द्वारा करोड़ों की भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई थी, लेकिन खैरहा के मामले में जिला प्रशासन और राजस्व विभाग की चुप्पी आज भी संदेह के कटघरे में खड़ी नजर आती है, उनकी नियत पर संदेह तब भी होता है जब शिकायत पर जांच तो नहीं होती, बल्कि उलटे शिकायतकर्ताओं को ही निशाना बनाया जाता है।
बहरहाल जिला प्रशासन इस मामले में कब क्या करता है या करेगा या फिर करेगा भी नहीं या तो भविष्य बताएगा, लेकिन जिला प्रशासन की इस हठधर्मिता से किसी न किसी दिन किसी ग्रामीण को अपनी जान देकर चुकानी पड़ सकता है ।
बीते दिनों हुई हल्की बारिश में ही सरकारी भूमि पर बनाई गई कच्ची दीवार धराशाई हो गई, पूरे घटनाक्रम के दौरान यह सुखद पहलू था कि कोई भी व्यक्ति वहां से ना तो गुजर रहा था और नहीं प्रतिदिन की तरह वहां खेलने वाले बच्चे मौजूद थे, जिस कारण किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, इस मामले को एक बार फिर स्थानीय आदिवासी महिला सरपंच ने जिला प्रशासन की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए अवैध अतिक्रमण और नजूल की कई एकड़ भूमि पर हुए अवैध कब्जे की जांच की मांग की है।