स्वतंत्रता दिवस पर रचा गया रक्तदान का नया इतिहास 292 यूनिट रक्त संग्रह


शिविर का आयोजन सांझी रसोई परिसर में हुआ, जहां सुबह से ही रक्तदाताओं का उत्साह देखने लायक था। युवाओं, महिलाओं, सामाजिक संगठनों और विभिन्न समुदायों के लोगों ने मिलकर इस अभियान को अभूतपूर्व सफलता दिलाई। इस अवसर पर उपस्थित उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रक्तदान महादान है, और जब यह सामूहिक रूप से किया जाता है तो यह मानवता की सबसे बड़ी सेवा बन जाता है। उन्होंने विशेष रूप से थैलेसीमिया एवं सिकल सेल पीड़ित मरीजों के लिए रक्तदान की महत्ता पर जोर दिया और युवाओं को नियमित रक्तदान के लिए प्रेरित किया।

समाज की सामूहिक भागीदारी
शिविर की सफलता में कई सामाजिक संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इनमें शिवानी पैरामेडिकल, गहोई समाज, हिमांशु भाई मित्र मंडली, आशिक खान मित्र मंडली, सूर्या इंटरनेशनल, वैश्य समाज, जैन समाज, रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट,लेडीज़ क्लब, सिख समाज, ब्लड बैंक शहडोल, वेलकम इन, महादेव फ्रूट्स एंड जूस, दिगंबर महिला परिषद, क्लिक वर्ल्ड, केशरी ट्रेडर्स, संस्कृति जागरण मंच, सिकलसेल-थैलेसीमिया योद्धाओं के परिजन आदि शामिल रहे। सभी ने मिलकर यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज एकजुट होता है तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री श राजेन्द्र शुक्ल की उपस्थिति रही, वहीं विधायक श्रीमती मनीषा सिंह, कमिश्नर सुश्री सुरभि गुप्ता, कलेक्टर डॉ. केदार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती अमिता चपरा और पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई।

चिकित्सा विभाग का सराहनीय योगदान
चिकित्सा विभाग की भूमिका इस शिविर की सफलता में बेहद अहम रही। डॉ. राजेश मिश्रा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. शिल्पी सराफ सिविल सर्जन और डॉ. शमीम अहमद ब्लड बैंक प्रभारी के कुशल मार्गदर्शन में ब्लड बैंक टीम ने न केवल तकनीकी सहयोग प्रदान किया बल्कि अपनी सेवा भावना और संवेदनशीलता से सभी को प्रभावित किया।
मंच संचालन का कार्य डॉ. नितिन सिंघई ने प्रभावशाली और सुसंगत शैली में किया, जिसने पूरे कार्यक्रम को जीवंत और प्रेरणादायी बना दिया।
सांझी रसोई परिवार ने इस अवसर पर कहा “जब समाज एकजुट होता है, तब सेवा केवल आयोजन नहीं, बल्कि आंदोलन बन जाती है। यह रक्तदान शिविर वास्तव में मानवता का उत्सव था।”
यह आयोजन न केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए याद रखा जाएगा, बल्कि आने वाले समय में सामाजिक एकजुटता और सेवा के प्रति नई प्रेरणा देने वाला उदाहरण भी बनेगा। 292 यूनिट रक्त का यह संग्रह दर्जनों मरीजों के जीवन में नई उम्मीद की किरण जगाने वाला है, और यही इस स्वतंत्रता दिवस का सबसे बड़ा तोहफा साबित होगा।