।। जहाँ भक्ति है, वहीं शक्ति है-दद्दा धाम में आओ, श्रद्धा के इस अमृत में डूब जाओ।। दद्दा धाम में भक्ति का महाकुंभ आरंभ शिवलिंग निर्माण, महारुद्राभिषेक और संजो बघेल के भजनों से गूंज उठा आकाश

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।। जहाँ भक्ति है, वहीं शक्ति है-दद्दा धाम में आओ, श्रद्धा के इस अमृत में डूब जाओ।।
दद्दा धाम में भक्ति का महाकुंभ आरंभ शिवलिंग निर्माण, महारुद्राभिषेक और संजो बघेल के भजनों से गूंज उठा आकाश
कटनी।। झिझरी स्थित दद्दा धाम में आज से आरंभ हुआ पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव श्रद्धा, आस्था और भक्ति का अनुपम संगम बन गया है। सुबह से ही पूरा परिसर “हर हर महादेव” और “जय दद्दा जी” के जयघोषों से गूंजता रहा। श्रद्धालुओं की भीड़ ने पावन भूमि को तीर्थ बना दिया।
पहले दिन का शुभारंभ शिवलिंग निर्माण और महारुद्राभिषेक के साथ हुआ। प्रातःकालीन आरती की मंगलध्वनि के साथ श्रद्धालुओं का सैलाब दद्दा धाम की ओर उमड़ पड़ा। भक्तों ने मिट्टी और श्रद्धा से बने शिवलिंगों पर गंगाजल, दूध और पुष्पों से अभिषेक किया। इस दृश्य ने वातावरण को भक्ति और पवित्रता से भर दिया।


यश पाठक दंपति ने किया सपत्नीक अभिषेक- धर्म और सेवा का अद्भुत उदाहरण
युवा भाजपा नेता, समाजसेवी एवं उद्योगपति यश पाठक धर्मपत्नी अनुकृति पाठक के साथ सुबह से ही समारोह स्थल पर उपस्थित रहे। उन्होंने पंडित नीरज त्रिपाठी के सानिध्य में विधि-विधान से शिवलिंग निर्माण और अभिषेक किया। श्रद्धालुओं ने इस दौरान पाठक दंपति के आस्था भाव का स्वागत तालियों और जयघोषों से किया।


पूज्य डॉ. अनिल शास्त्री जी का आगमन-भक्तों को दिया आशीर्वाद
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आज पूज्य बड़े भैया डॉ. अनिल शास्त्री जी का आगमन हुआ। उन्होंने पूरे पंडाल का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं से स्नेहपूर्वक संवाद किया। डॉ. शास्त्री जी ने कहा — “यह आयोजन केवल पूजा का नहीं, समाज में एकता और धर्म चेतना जगाने का उत्सव है।” उनकी उपस्थिति से भक्तों में नया उत्साह संचारित हुआ। श्रद्धालुओं ने चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया, जिससे पूरा परिसर “जय दद्दा जी” के उद्घोषों से गूंज उठा। संध्या बेला में भक्ति का उल्लास अपने चरम पर पहुंचा जब प्रसिद्ध लोकगायिका संजो बघेल मंच पर पहुंचीं। उन्होंने एक से बढ़कर एक भक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्ति रस में डुबो दिया। “हर हर महादेव”, “जय श्रीराम” और “जय दद्दा जी” के भजनों पर श्रद्धालु नाच उठे। तालियों, जयघोषों और दीपों की रौशनी में दद्दा धाम का दृश्य स्वर्गिक प्रतीत हो रहा था। देर रात तक भक्तगण मंत्रमुग्ध होकर भक्ति रस का आनंद लेते रहे।


संजय सत्येंद्र पाठक ने संभाली व्यवस्थाएं- अनुशासन और सेवा का उदाहरण
पूरे दिनभर पूर्व मंत्री एवं विधायक संजय सत्येंद्र पाठक स्वयं स्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने शिवलिंग निर्माण और अभिषेक के बाद भी आयोजन की व्यवस्थाओं को सुधारने और भक्तों की सुविधा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका समर्पण भाव हर श्रद्धालु के लिए प्रेरणा बना हुआ है। आयोजन समिति ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सद्भावना का संदेश भी दे रहा है। आस-पास के गांवों और नगरों से भक्त परिवारों सहित पहुंच रहे हैं। हर व्यक्ति के चेहरे पर भक्ति और उल्लास का भाव है।


कल का प्रमुख आकर्षण
कल महोत्सव के दूसरे दिन महा आरती, सहस्रधारा अभिषेक, और सांस्कृतिक भक्ति संध्या का आयोजन होगा। समिति ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे परिवार सहित दद्दा धाम पहुंचें और इस ऐतिहासिक एवं दिव्य आयोजन के साक्षी बनें।

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