गिरफ्तारी से बचने आरोपी की फिल्मी फरारी बना हाई-रिस्क भगोड़ा, तहसील की छत पर चढ़कर मचाई दहशत, पुलिस-प्रशासन में हड़कंप छत पर चढ़ा, बंद दरवाज़े, अंधेरा और अदृश्य तहसील का रहस्यमयी ड्रामा आरोपी का ‘अक्लपार’ स्टंट
गिरफ्तारी से बचने आरोपी की फिल्मी फरारी बना हाई-रिस्क भगोड़ा, तहसील की छत पर चढ़कर मचाई दहशत, पुलिस-प्रशासन में हड़कंप
छत पर चढ़ा, बंद दरवाज़े, अंधेरा और अदृश्य तहसील का रहस्यमयी ड्रामा आरोपी का ‘अक्लपार’ स्टंट
कटनी में एक आरोपी की ऐसी खतरनाक और हैरान कर देने वाली हरकत सामने आई है, जिसने पुलिस, वन विभाग और पूरे प्रशासन को घंटों तक हलकान कर दिया। कोर्ट से रिहा होते ही गिरफ्तारी के डर से आरोपी सीधे तहसील कार्यालय की छत पर चढ़ गया और अंदर से दरवाज़े बंद कर दिए। इसके बाद शुरू हुआ एक ऐसा हाई-वोल्टेज ड्रामा, जिसमें पुलिस छत-छत तलाशती रह गई और आरोपी हवा में गायब हो गया। तहसील परिसर में अफरा-तफरी मच गई और देर रात तक चला यह सस्पेंस हर किसी को चौका गया।
कटनी।। जिले के तहसील कार्यालय से एक ऐसा चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है, जिसने पुलिस और प्रशासन दोनों की नींद उड़ा दी है। गिरफ्तारी से बचने के लिए एक आरोपी द्वारा किया गया यह फिल्मी स्टाइल का कारनामा देर रात तक पूरे अमले को उलझाए रहा।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के खेर माता मंदिर के समीप रहने वाले 27 वर्षीय कन्हैया बर्मन को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 170 के तहत जीआरपी पुलिस ने गिरफ्तार कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया था। एसडीएम द्वारा कार्यवाही पूरी होने पर कन्हैया को रिहा कर दिया गया। लेकिन बाहर आते ही उसकी नजर वन विभाग की उस टीम पर पड़ी, जो उसे एक अन्य मामले में गिरफ्तार करने पहुंची थी। टीम को देखते ही कन्हैया का चेहरा पलभर में उतर गया और वह मौके से भागा, सीधा तहसील कार्यालय की बिल्डिंग पर चढ़ गया। कन्हैया की इस हरकत से तहसील कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। उसने छत पर पहुंचते ही सभी सीढ़ियों के दरवाजे अंदर से बंद कर दिए, जिससे उसे पकड़ना मुश्किल हो गया। तत्काल माधवनगर पुलिस मौके पर पहुंची और छत सहित पूरे परिसर में आरोपी की तलाश शुरू की गई। काफी देर तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा, लेकिन कन्हैया का कोई अता-पता नहीं मिला। खबर लिखे जाने तक पुलिस की खोज जारी थी।
एसडीएम ने बताया पूरा घटनाक्रम
कटनी एसडीएम प्रमोद चतुर्वेदी ने बताया कि कन्हैया बर्मन को 170 भारतीय नागरिक सुरक्षा के तहत जीआरपी द्वारा कोर्ट में प्रस्तुत किया गया था। कार्यवाही के बाद जैसे ही वह बाहर निकला, वन विभाग की टीम उसे किसी अन्य गंभीर मामले में गिरफ्तार करने आई थी। टीम को देखकर आरोपी घबराहट में बिल्डिंग पर चढ़ गया और सीढ़ियों के दरवाजे लॉक कर दिए। पुलिस और प्रशासन उसकी तलाश में जुटे हुए हैं।
वन विभाग क्यों ढूंढ रहा था आरोपी?
सूत्रों के अनुसार कन्हैया बर्मन वन विभाग के एक लंबे समय से लंबित मामले में वांछित था। विभाग उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत था और इसी सिलसिले में टीम तहसील कार्यालय पहुंची थी। आरोपी के इस दुस्साहस ने तहसील कार्यालय, पुलिस विभाग और वन विभाग सभी को अलर्ट कर दिया। कार्यालय के कर्मचारियों ने भी इस तरह की पहली घटना बताई, जिसमें एक आरोपी अदालत से छूटते ही दूसरी गिरफ्तारी से बचने के लिए छत पर जा छिपा।
कब, कहाँ और कैसे छिपा — अभी भी अनसुलझी पहेली
पुलिस और वन विभाग की टीम घंटों छत चेक करती रही, लेकिन कन्हैया कहीं नहीं मिला। यह सवाल अब भी बना हुआ है कि आरोपी छत से कहां गायब हुआ क्या वह किसी दूसरी बिल्डिंग में कूदा?
क्या छत के किसी अंधेरे हिस्से में छिपा रहा?
या मौके से निकल भागने में सफल हुआ?
इन सवालों के जवाब पुलिस की आगे की जांच में मिलेंगे।