बातों में उलझाया, पिन देखा और कार्ड बदल दिया, वृद्धजन बने आसान निशाना, ‘मदद’ के बहाने देते थे धोखा कोतवाली पुलिस ने गुनौर से आरोपी दबोचा सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्यों से खुला पूरा मामला, साथी मैहर जेल में निरुद्ध
बातों में उलझाया, पिन देखा और कार्ड बदल दिया, वृद्धजन बने आसान निशाना, ‘मदद’ के बहाने देते थे धोखा कोतवाली पुलिस ने गुनौर से आरोपी दबोचा
सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्यों से खुला पूरा मामला, साथी मैहर जेल में निरुद्ध
कटनी। शहर में एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कोतवाली पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। 70 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी से ठगी के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गुनौर जिला पन्ना से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जबकि उसका साथी पहले से ही अन्य प्रकरण में जेल में बंद है। वृद्धजन को निशाना बनाकर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों का पूरा अपराध चक्र तकनीकी निगरानी से उजागर हुआ।
शास्त्री कॉलोनी निवासी 70 वर्षीय सीताराम द्विवेदी सेवानिवृत्त वाणिज्य कर विभाग कर्मचारी 01 अगस्त 2025 को खिरहनी ओवरब्रिज के नीचे स्थित एसबीआई एटीएम में अपनी पेंशन की जानकारी लेने पहुंचे थे। इसी दौरान एक युवक एटीएम के भीतर घुसा, उनके पीछे खड़े होकर उनका गोपनीय पिन नंबर देख लिया और बातचीत में उलझाकर उनका एटीएम कार्ड बदल दिया। उस समय वृद्ध व्यक्ति को कार्ड बदलने की भनक तक नहीं लगी। कुछ दिनों बाद जब उन्होंने ATM से राशि निकालने का प्रयास किया, तो कार्ड पर किसी अन्य व्यक्ति का नाम लिखा पाया। बैंक में जानकारी ली गई तो सामने आया कि उनके खाते से अलग-अलग स्थानों से एटीएम कार्ड के माध्यम से रकम निकाली जा चुकी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 969/25 धारा 318(4) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
तकनीकी पड़ताल ने पहुंचाया पन्ना, आरोपी की पुष्टि
जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्य संकलित किए गए, जिनमें दो युवक असल घटना को अंजाम देते साफ दिखाई दिए। फुटेज को आसपास के जिलों में प्रसारित कर मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। कुछ ही समय में जानकारी मिली कि संदिग्ध देवेन्द्र नगर जिला पन्ना के रहने वाले हैं।
थाना प्रभारी राखी पाण्डेय के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। चौकी प्रभारी खिरहनी महेन्द्र जायसवाल एवं टीम ने फुटेज और तकनीकी इनपुट के आधार पर दोनों संदेहियों की पहचान गोलू उर्फ मोहित बुंदेला और शिवा सोनी के रूप में की। तकनीकी निगरानी, मुखबिर की सूचना और सटीक लोकेशन के आधार पर मुख्य आरोपी मोहित उर्फ गोलू बुंदेला को गुनौर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वारदात उसने अपने साथी शिवा सोनी के साथ मिलकर की, जो वर्तमान में जिला जेल मैहर में निरुद्ध है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया है।
थाना प्रभारी राखी पाण्डेय के अनुसार आरोपी विशेषकर वृद्ध व्यक्तियों को ही निशाना बनाते थे। वे ‘मदद’ का झांसा देकर एटीएम कक्ष में प्रवेश करते, पिन नंबर देखकर कार्ड बदल देते और अन्य शहरों से रकम निकाल लेते थे। लगातार बढ़ती साइबर ठगी और एटीएम धोखाधड़ी को देखते हुए पुलिस आमजनों को जागरूक रहने की सलाह दे रही है।
एटीएम उपयोग के दौरान इन सावधानियों को अपनाएँ
किसी भी अनजान व्यक्ति से मदद न लें,पिन नंबर दर्ज करते समय कीपैड को हाथ से ढकें,एटीएम कार्ड बदलने की slightest आशंका भी हो तो तुरंत बैंक को सूचना दें,हर ट्रांजेक्शन की SMS/मोबाइल बैंकिंग से निगरानी रखें,पुलिस का मानना है कि आधुनिक डिजिटल युग में अपराधी अब तकनीक और भरोसे के दुरुपयोग से लोगों को निशाना बना रहे हैं।