तो.! भ्रष्टाचार का मास्टरमाइंड रोजगार सहायक आशीष महरा
पूर्व में भी लगे थे संगीन आरोप, एफआईआर दर्ज कराने हुए थे आदेश(अरविंद द्विवेदी)
अनूपपुर।जिले के जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कटकोना में ग्राम रोजगार सहायक द्वारा शासकीय राशि का बंदरबांट कर गवन किया जा रहा है जिसकी शिकायतों की लंबी सूची है। ग्राम पंचायत के लोगों ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत में शासन द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओ में ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्राम वासियों ने कई बार जनपद पंचायत सीईओ एवं जिले में जनसुनवाई के माध्यम से शिकायतें की हैं लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है और ना ही काेई जांच अधिकारी उनके ग्राम पंचायत में आता है। साथ ही एक शिकायतकर्ता द्वारा यह भी बताया गया कि ग्राम रोजगार सहायक दबंग होने के कारण उन्हें दबाते हैं और शासन की योजनाओं से वंचित रखने की धमकियां भी देते हैं।
रिश्तेदारों को फर्जी मजदूर बनाकर राशि आहरण के आरोप
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रोजगार सहायक आशीष मेहरा के द्वारा अपने रिश्तेदारों और जान पहचान के लोगों को फर्जी तरीके से कागजों पर मनरेगा का फर्जी मजदूर दर्शाकर लाखों रुपए का गबन किया है। इसके साथ ही जन चर्चा यह भी है कि उसने बिना सरपंच के हस्ताक्षर और अनुमति के ही बड़ी संख्या में फर्जी मस्टर भरकर पैसे निकाले हैं, जिनके लाभार्थी कभी भी वास्तविक मजदूर नहीं थे। गौरतलब है कि इस तरह के वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े आरोप आशीष मेहरा पर लगते रहे हैं। अब देखना होगा कि क्या वाकई ग्राम रोजगार सहायक आशीष महरा के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार पर किसी प्रकार की जांच हो पाएगी या हमेशा की तरह वित्तीय अनियमितताओं के मामलों की फाइल दबा दी जाएगी।

सीईओ ने दिए थे आदेश, नौकरी बहाली पर भी सवाल
कार्यालय जिला पंचायत अनूपपुर के पत्र क्रमांक 3152/जि.पं./मनरेगा/2021 दिनाँक 21.12.2021 के अनुसार शिकायतकर्ता संतोष यादव (विधायक प्रतिनिधि कृषि उपज मण्डी कोतमा) के शिकायत पत्र के आधार पर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था। जाँच के लिए गठित समिति द्वारा जांच प्रतिवेदन पत्र क्रमांक 3935/ज.पं./2021 दिनांक 18.02.2021 एवं पत्र क्र.1315/ज.पं./2021 कोतमा दिनांक 14.12.2021 के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था। जिसमें वित्तीय अनियमितता की कुल राशि रूपये 29,80,811 (उन्तीस लाख, अस्सी हजार, आठ सौ ग्यारह रु) पाई गई थी। जिसके बाद वित्तीय अनियमितता करने वाले दोषी पदाधिकारी जिनमे भागवली पनिका सरपंच ग्राम पंचायत कटकोना, करनसाय यादव सचिव ग्राम पंचायत कटकोना तथा आशीष कुमार महरा ग्राम रोजगार सहायक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने हेतु तत्कालीन सीओ जिला पंचायत हर्षल पांचोली ने आदेश भी जारी किए थे।