माइनिंग पुलिस की संयुक्त दबिश….दतला नदी पर चला प्रशासन का बुलडोज़र, रेत माफिया बेनकाब अवैध उत्खनन की कमर टूटी,चार ट्रैक्टर जब्त माफियाओं में हड़कंप
माइनिंग पुलिस की संयुक्त दबिश….दतला नदी पर चला प्रशासन का बुलडोज़र, रेत माफिया बेनकाब अवैध उत्खनन की कमर टूटी,चार ट्रैक्टर जब्त माफियाओं में हड़कंप
दतला नदी की धारा पर लंबे समय से जारी अवैध रेत उत्खनन ने न केवल पर्यावरण संतुलन को नुकसान पहुंचाया, बल्कि शासन के राजस्व पर भी गहरा प्रहार किया। शिकायतों और चेतावनियों के बावजूद रेत माफिया बेखौफ होकर नदी घाटों को छलनी कर रहे थे। आखिरकार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए अवैध उत्खनन के इस संगठित खेल पर निर्णायक प्रहार किया। माइनिंग विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब अवैध रेत उत्खनन के लिए जिले में कोई जगह नहीं है।
कटनी।। ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत दतला नदी घाटों पर लंबे समय से चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। माइनिंग विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने अचानक दबिश देकर अवैध रूप से रेत उत्खनन करते हुए चार ट्रैक्टरों को जब्त किया। सभी वाहनों को सुरक्षार्थ सिलौड़ी चौकी में खड़ा कराया गया है। जानकारी के अनुसार अवैध रेत उत्खनन से शासन को लगातार भारी राजस्व क्षति हो रही थी। इस संबंध में मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मामला कलेक्टर आशीष तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के संज्ञान में लाया गया, जिसके बाद संयुक्त रणनीति बनाकर कार्रवाई की गई। ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी अभिषेक चौबे के नेतृत्व में पुलिस बल तथा माइनिंग इंस्पेक्टर कमलेश परस्ते एवं पवन कुशवाह की टीम ने दतला नदी घाट एवं बम्होरी गांव के पास घेराबंदी कर कार्रवाई की। दबिश के दौरान मौके से चार ट्रैक्टर पकड़े गए, जबकि चालक अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। इस कार्रवाई से क्षेत्र में सक्रिय रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि दतला नदी घाटों से लंबे समय से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा था, जिससे शासन को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा था। कलेक्टर और एसपी के निर्देश पर बनाई गई इस संयुक्त रणनीति में माफियाओं को भनक तक नहीं लगी और मौके पर चार ट्रैक्टर पकड़ लिए गए।
खनिज अधिनियम 1957 (MMDR Act) की धारा 4/21,भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराएं,मोटर वाहन अधिनियम (अवैध परिवहन),राजस्व संहिता के तहत जुर्माना व वाहन राजसात के तहत कार्यवाही की जा सकती है। नदी, पर्यावरण और राजस्व से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत दतला नदी घाटों पर की गई यह कार्रवाई प्रशासन की रणनीतिक और समन्वित कार्यशैली का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
माइनिंग इंस्पेक्टर कमलेश परस्ते और पवन कुशवाह के नेतृत्व में माइनिंग अमले के साथ थाना प्रभारी ढीमरखेड़ा अभिषेक चौबे के नेतृत्व में पुलिस बल ने दतला नदी घाट एवं बम्होरी गांव के आसपास के क्षेत्रों को घेराबंदी कर खंगाला। दबिश के दौरान मौके पर अवैध रूप से रेत उत्खनन करते हुए चार ट्रैक्टरों को रंगे हाथ पकड़ा गया। वाहनों को तत्काल जब्त कर सिलौड़ी चौकी में सुरक्षार्थ रखा गया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि लंबे समय से इसी क्षेत्र से अवैध रूप से रेत का परिवहन किया जा रहा था, जिससे शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा था।
प्रशासनिक अधिकारियों ने दो टूक कहा है कि अवैध रेत उत्खनन केवल कानून व्यवस्था का नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और भावी पीढ़ियों के हितों से जुड़ा गंभीर विषय है। इसी दृष्टि से आने वाले दिनों में नदी घाटों पर नियमित निगरानी, औचक निरीक्षण और कठोर कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।