करोड़ों का राजस्व, फिर भी ग्राम पंचायत! बड़वारा को नगर परिषद बनाने की जोरदार मांग….सीमेंट फैक्ट्रियों और खदानों से सरकार को अरबों की आमदनी,फिर भी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा बड़वारा
करोड़ों का राजस्व, फिर भी ग्राम पंचायत!
बड़वारा को नगर परिषद बनाने की जोरदार मांग….सीमेंट फैक्ट्रियों और खदानों से सरकार को अरबों की आमदनी,फिर भी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा बड़वारा
कटनी। जिले की राजनीति, अर्थव्यवस्था और औद्योगिक विकास की रीढ़ कहे जाने वाले बड़वारा की पहचान आज भी एक ग्राम पंचायत तक सीमित है। जिले को सबसे अधिक राजस्व देने वाले क्षेत्रों में शामिल होने के बावजूद बड़वारा बुनियादी सुविधाओं के अभाव में विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है। इसी गंभीर विसंगति को उजागर करते हुए समाज सेवा विकास संस्था बड़वारा के नेतृत्व में समाजसेवियों और सैकड़ों नागरिकों ने सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह को ज्ञापन सौंपकर बड़वारा को नगर परिषद का दर्जा देने की मांग की।
ज्ञापन सौंपते हुए समाजसेवी मैना सिंह ने कहा कि बड़वारा क्षेत्र से हर वर्ष सरकार को करोड़ों–अरबों रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। यहाँ दो बड़ी सीमेंट फैक्ट्रियां, दर्जनों खदानें, घनी आबादी और व्यापक रोजगार संसाधन मौजूद हैं। इन तमाम योग्यताओं के बावजूद प्रशासनिक दर्जा न मिलने से बड़वारा विकास की मुख्यधारा से कट गया है।
समाजसेवी राजाराम पटेल ने कहा कि ग्राम पंचायत की सीमित क्षमताओं के कारण क्षेत्र को आगजनी, जलभराव, कचरा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट, जल निकासी जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
नगर परिषद बनने से स्थानीय दमकल सेवा उपलब्ध होगी,आधुनिक जल निकासी और पेयजल व्यवस्था विकसित होगी,निवेश को बढ़ावा, युवाओं को रोजगार
स्वच्छता, कचरा प्रबंधन के लिए अधिक बजट और संसाधन,बिजली, सड़क और नगरीय सुविधाओं में सुधार होंगा।
नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह ने बताया कि समाज सेवा विकास संस्था द्वारा सौंपा गया ज्ञापन प्राप्त कर उच्चाधिकारियों एवं शासन को अग्रिम कार्रवाई हेतु प्रेषित कर दिया गया है। ज्ञापन सौंपते समय प्रमुख रूप से राजाराम पटेल, बबिता सिंह, नंदनी रजक, फिजा बी, अवध सिंह यादव, प्रभा सेन, सचिन कुशवाहा, साहिल, राहुल चौधरी, विजय कुमार, पुष्पेंद्र सिंह, सुमित कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।