साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले का भव्य शुभारंभ, ‘संघ शतक’ पुस्तक का हुआ विमोचन
साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले का भव्य शुभारंभ, ‘संघ शतक’ पुस्तक का हुआ विमोचन
कटनी।। शहर के साधूराम उच्चतर माध्यमिक स्कूल परिसर में आयोजित पाँच दिवसीय साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले का भव्य शुभारंभ बुधवार शाम 24 दिसंबर 2025 को दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। शुभारंभ अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति दी गई, जिसने कार्यक्रम को गरिमामय बना दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली के अखिल भारतीय सह-प्रचार प्रमुख नरेन्द्र सिंह ठाकुर रहे। मुख्य अतिथि के रूप में रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. राजेन्द्र कुमार कुररिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर आशीष तिवारी ने की। विशिष्ट अतिथियों में विभाग संघ चालक विपिन तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा शामिल रहे। कार्यक्रम संयोजक डॉ. पारस जैन भी मंचासीन रहे। मंच संचालन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह अमित कनकने द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन स्वामी विवेकानंद जनसेवा संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक प्रदीप शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ‘संघ शतक’ का विमोचन किया गया। पुस्तक का प्रकाशन ग्रंथ अकादमी, नई दिल्ली द्वारा किया गया है। विमोचन उपरांत सभी अतिथियों को पुस्तक की प्रति भेंट की गई। शुभारंभ समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी हुई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं शहरवासी उपस्थित रहे।
द्वितीय दिवस के कार्यक्रम
साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले के दूसरे दिन यानी आज 25 दिसंबर को दोपहर 1 बजे से पुस्तक विमोचन, पुस्तक समीक्षा एवं साहित्यिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस सत्र के प्रमुख अतिथि मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ. नुसरत मेहदी होंगे, जबकि मुख्य वक्ता क्षेत्र प्रचार प्रमुख कैलाश चंद्र रहेंगे। आज शाम 5 बजे से काव्य सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। काव्य सम्मेलन में प्रमुख अतिथि मप्र शासन की साहित्य अकादमी के निदेशक प्रकाश दुबे, मुख्य वक्ता मध्य क्षेत्र के सह-क्षेत्र प्रचारक प्रेमशंकर सिदार तथा विशिष्ट अतिथि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. राजेश वर्मा उपस्थित रहेंगे।
कटनी शहर में आयोजित यह साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेला पाठन संस्कृति को प्रोत्साहित करने, साहित्यिक विमर्श को मंच देने और नई पीढ़ी को पुस्तकों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है, जिसे लेकर शहरवासियों में खासा उत्साह है।