ललल
कलेक्टर परिसर में भाजपा के कार्यकर्ता करेंगे वंदे मातरम् राष्ट्रगान आज
खंडवा। वंदे मातरम महज एक गीत नहीं यह हमें राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व समर्पण करने का संदेश देने वाला गान है। यह हमें अपने पूर्वजों के बलिदान और संघर्ष का स्मरण कराता है जिन्होंने अपनी मातृभूमि भारत की आजादी की लड़ाई लड़ते हुए किया। भारत की आजादी के बाद देश ने इसे राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया और देशवासियों ने इसे अपने हृदय में बसाया। मीडिया प्रभारी सुनील जैन ने बताया कि राष्ट्रगान वंदे मातरम भारत की धरोहर है। यह किसी भी राजनीतिक दल की पूंजी या विरासत नहीं है। यह राष्ट्रगान प्रत्येक भारतीय का गौरव है और इसे गाना हम भारतीयों का अधिकार है पर यह राष्ट्रगान विशेष तौर पर हमारे उन सीमा प्रहरियों की ऊर्जा और प्रेरणा का स्त्रोत है जो देश की रक्षा के लिए अपनी जान हथेली में लिए दिन-रात सीमा पर डटे हुए हैं। ऐसे में राष्ट्रगान को रोकने की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कोशिश करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भी दुखद है कि जिस राजनीतिक दल ने इस राष्ट्रगान को अपनी स्वयं की विरासत बताने में कभी कसर नहीं छोड़ी वहीं इस राष्ट्रगान को संकीर्ण नजरिए से देख रहा है। सुनील जैन ने बताया कि भाजपा प्रदेश संगठन ने तय किया है कि प्रत्येक जिला मुख्यालय पर सोमवार 7 जनवरी को प्रात: 10 बजे पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा वंदे मातरम राष्ट्रगान गाया जाएगा। इस कड़ी में जिला मुख्यालय खंडवा कलेक्टर परिसर में वंदे मातरम राष्ट्रगान गाया जाएगा। जिलाध्यक्ष हरीश कोटवाले ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही नगर के प्रबुद्ध नागरिकों आमजनों तथा अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से भी विनम्र अपील करते हुए इस आयोजन में शामिल होकर राष्ट्र के प्रति हम सब एकजुटता का संदेश देने में सहभागी बने।