न डिग्री, न रजिस्ट्रेशन, भर्ती कर जांच व दवाईयां दे रहे गोपाल

गुप्त रोगों सहित हर बड़ी बीमारी का दावे से करते हैं इलाज
कल्याणपुर में संचालित है गोपाल का संजीवनी अस्पताल



(अनिल तिवारी+91 88274 79966)
शहडोल। जबलपुर सहित प्रदेश व देश के कई संस्थानों के नाम की फर्जी डिग्रियाँ टांग कर मुख्यालय के कल्याणपुर में गोपाल साहू नामक युवक बीते कुछ वर्षाे से दस बाई पन्द्रह के कमरे में अस्पताल का संचालन कर रहा है। छोटे से कमरे में मरीजों को दर्जन भर से अधिक बीमारियों की तत्काल जांच की सुविधा, अंग्रेजी से लेकर आयुर्वेदिक व अन्य दवाईयां खुद चिकित्सक द्वारा विक्रय की जाती है, इतना ही नहीं यहां मरीजों को भर्ती कर सलाईन आदि की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, पूरे मामले में गड़बड़ सिर्फ यही है कि गोपाल साहू नामक कथित चिकित्सक ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से एमबीबीएस या फिर इसके समकक्ष की न तो डिग्री हासिल की है और न ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में कथित फर्जी चिकित्सक और उसके क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन ही है।
बिना पैथालॉजी के हर जांच
कल्याणपुर में केन्द्रीय विद्यालय मार्ग पर संजीवनी नामक गोपाल साहू के कथित क्लीनिक में हर प्रकार की पैथालॉजी जांच की जाती है, यही नहीं जांच की तत्काल रिपोर्ट की सुविधा भी मरीजों को दी गई है, कथित चिकित्सक द्वारा खुद ही खून के सैंपल लेकर उसके द्वारा जांच और तत्काल रिपोर्ट भी जाती है, यह रिपोर्ट कितनी कारगर होगी, यह सहज ही समझा जा सकता है।
एलोपैथी दवाओं की बिक्री
अपने पेशे में महारत हासिल रखने वाले गोपाल साहू के द्वारा उक्त क्लीनिक में मरीजों को इलाज के बाद एलोपैथी दवाएं भी बेची जाती है, यह दिगर बात है कि ऐसी दवाएं रखने और बेचने के लिए न तो उनके पास डॉक्टर की डिग्री है और न ही फार्मासिस्ट या रजिस्टर्ड मेडिकल जैसी डिग्री या स्वास्थ्य विभाग से अनुमति ही प्राप्त है। सवाल यह भी उठता है कि कथित चिकित्सक को थोक में एलोपैथी दवाएं उपलब्ध कहां से होती हैं, जिन्हें वह मरीजों को औने-पौने दामों में बेचने का काम कर रहा है।
एक छत के नीचे सब सुविधाएं
शनिवार की दोपहर संजीवनी क्लीनिक में एक किशोरी और ग्रामीण महिला सलाईन लगाये लेटी हुई नजर आईं, किशोरी के पिता ने बताया कि कई महीनों से यहां आते हैं, एक ही जगह पर जांच और दवाईयों के साथ भर्ती की सुविधा मिल जाती है, इसलिए हम यहां आते हैं।
जिंदगियों से खेलता फर्जी चिकित्सक
गोपाल साहू नामक कथित स्वयंभू चिकित्सक रूपयों के खातिर ग्रामीणों की जिंदगियों से खेल रहा है, भोले व अनपढ़ ग्रामीण गोपाल की तुलना जिला चिकित्सालय में पदस्थ वरिष्ठ चिकित्सकों से करते हैं, उसे न सिर्फ मेहनत की गाढ़ी कमाई देते हैं, बल्कि उस पर अटूट विश्वास भी करते हैं। महज पैसों के खातिर कथित युवक द्वारा खेला जा रहा खेल कभी भी मासूमों की जिंदगी ले सकता है। इस संदर्भ में ग्रामीणों ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से छापामार कार्यवाही कर आपराधिक मामला कायम करवाने की मांग की है।