चंदिया में बरस रही कटनी की लक्ष्मी

(Amit Dubey-8818814739)
चंदिया। जुआ अब चोरी छिपे नहीं खुलेआम हो रहा है, कस्बा व गांव में जुआ के फड़ जगह जगह प्रात: से ही सज जाते है। ताश के पत्तों पर हजारों के दांव लगा लोग भाग्य आजमा रहे है, भाग्य के इस मोह जाल भरे खेल में कई अपनी जिंदगी तक दांव में लगाने को आमादा हैं। ताश के पत्तों पर लक्ष्मी तो कहीं नए नए ठीहे तलाश रही है, जिसमें युवा जुआ के लती हो घर की पूंजी गंवा बर्बादी के रास्ते पर है। पहले पुलिस का नाम सुनते ही जुआरी फड़ छोड़ कर भाग खड़े होते थे। पुलिस अधीक्षक के अवकाश पर जाते ही बदले समय में अब पुलिस आते जाते जुआरियों से नाल वसूली तक अपना दायरा कर लिया है, साथ ही अब जुआरियों को कानून का कोई डर नहीं रह गया है।
खबर है कि कटनी का लक्ष्मी नामक व्यक्ति क्षेत्र में धड़ल्ले से ताश के पत्तों पर जुए के फड़ एक से दूसरे गांव व कस्बों में प्रात: से ही शुरू करा देता है। विभिन्न क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहे जुआ अड्डों को लेकर आरोप है कि शहडोल से मिला संरक्षण जुआ खेलने की खुली छूट देकर कमाई का जरिया बना छोड़ा है। जिससे छात्र जीवन में ही युवक इसके लती होकर घर परिवार के लोगो में कलह का कारण बन रहे है। ताश के पत्तों पर जुआ की चौपालें प्रात: से देर आधी रात तक संचालित रहती है। जिससे अराजकता की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि नशाखोरी के बाद जुआरी आपस में ही बवाल किये रहते है। पुलिस का सब जानते हुए भी मौन रहना नागरिकों में पुलिस को लेकर संदेह की स्थिति पैदा किये है।