ये लो साहब, नशे के दुकानों की सूची, मुक्त करा दो शहर को

(शंभू यादव+91 98265 50631)
शहडोल। बीते दिनों कांग्रेस की पार्षद के पुत्र अक्षत की निर्मम हत्या को लेकर हर वर्ग उद्वेलित नजर आ रहा है, हत्याकाण्ड और उसके बाद के घटना क्रम से यह बातें सामने आई थी कि 13 वर्षीय अक्षत की हत्या नशे की हालत में की गई थी, यही नहीं यह बात भी किसी से नहीं छुपी है कि जिला मुख्यालय के विभिन्न वार्डाे में बीट प्रभारियों की शह पर नशीली दवाएं खुलेआम बिक रही हैं। जिसमें कोतवाली प्रभारी व सोहागपुर थाना प्रभारी की मूक सहमति है, हर बार पुलिस सूचना देने वालों को ही सवालों-जवाबों में इतना घेरती है कि अब कोई भी पुलिस के इस जुगाड़ के पचड़े में पडऩा नहीं चाहता। बहरहाल अभी से कुछ घंटे पहले नगर पालिका के कई पार्षदों सहित अध्यक्ष उर्मिला कटारे और उपाध्यक्ष कुलदीप निगम, सुफियान खान, दानिश, समीर खान, इस्हाक खान, जितेन्द्र सिंह, शक्ति लक्ष्कार, शीतल पोद्दार, अश्वनी शर्मा, प्रभात पाण्डेय, अमित सोनी, जवाहर कोल, घनश्याम जायसवाल, गोपाल रत्नम ने इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और नशे के दुकानों की सूची भी सौंपी।
पढि़ए सूची, करिए कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक को दिए गये पत्र में जनप्रतिनिधियों ने लगातार बढ़ रहे नशे और उसकी बिक्री पर चिंता जताई है, पत्र में कुछ स्थानों का उल्लेख भी किया गया है, जहां कोरेक्स, नाईट्रोवेट व नशे के इंजेक्शन खुलेआम बिक रहे हैं, जिसमें दरभंगा चौक, डॉक्टर अली के सामने, नया बस स्टैण्ड, सोहागपुर, पौंनाग तालाब, गढ़ी बाजार, पुरानी बस्ती, अण्डर ब्रिज, घरौला मोहल्ला जैसे स्थान दिये गये हैं।
मोती की मांद….
करीब 2 माह पहले प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र द्वारा पुरानी बस्ती स्थित मोती नामक नामचीन नशे के व्यापारी के यहां स्ंिटग ऑपरेशन कर खबर प्रकाशित की गई थी, जिसमें मोती और उसके परिवारजन सहित उसके भाई का परिवार खुलेआम गांजा सहित नशीले इंजेक्शन और गोलिंया बेचते हुए कैमरे में कैद हुए थे, जिसकी सूचना कोतवाली प्रभारी को दी गई थी, लेकिन शायद पुलिस के हाथ इतने बड़े नहीं है कि शहर में खुलेआम नशा बेचने वाले पुरानी बस्ती के कथित मोती, अण्डर ब्रिज के समीप नफीस और ऐसे ही दर्जनों अन्य मोतियों की मांद तक पहुंच सके।