गरीबों से ठगी करने वाले माफियों का भंडाफोड़

माइक्रोफाइनेंस कंपनी लोन दिलाने के नाम पर करती थी ठगी
(शुभम तिवारी+91 78793 08359)
शहडोल। माईक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा जिले की गरीब जनता के नाम से उनसे ठगी करने और उनके नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार कर लोन दिलाने व उनके लोन के पैसे हड़प करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश करने सहित सोहागपुर पुलिस को 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि 02 दिन पूर्व ग्राम गोरतरा नवलपुर की कई महिलाओं ने कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत की थी कि ग्राम फतेहपुर का लक्ष्मण पनिका और उसका भाई शंकर पनिका, सुनील पनिका ने उसके साथियों शशिकांत राजपूत निवासी सिंहपुर रोड शहडोल के कियोस्क के माध्यम से विकास द्विवेदी निवासी पाण्डव नगर थाना कोतवाली व माइक्रोफाइनेंस कंपनी के एजेंटो से सांठ-गांठ कर गांव की महिलाओं का स्वयं सहायता समूह बनाकर तथा अलग-अलग फाइनेंस कंपनियों से कम ब्याज दर पर लोन दिलवाया और लोन के रूपये में किसी महिला को 5 हजार किसी महिला को 10 हजार मिले, बाकी रूपये लक्ष्मण पनिका और उसके भाई व अन्य में बांट लेते थे। फायनेंस की किश्तों को महिलाओं से प्राप्त रूपयों को लक्ष्मण खुद चुकाने को बोलता था, लेकिन लक्ष्मण ने फायनेंस कंपनी के लोन की राशि नहीं चुकाई और महिलाओं को रूपये भी नहीं दिये।
आधी रात हुआ मामला पंजीबद्ध
शिकायत को गंभीरता और संजीदगी से लिया गया व जांच की जिम्मेदारी प्रवीण कुमार भूरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं व्ही.डी. पाण्डेय उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय को सौंपा गया। जिन्होंने परि. उप पुलिस अधीक्षक संघप्रिय सम्राट एवं सुश्री सोनाली गुप्ता तथा उ.नि. योगेन्द्र सिंह परिहार थाना प्रभारी सोहागपुर, एएसआई रजनीश तिवारी,बालकरण प्रजापति सहित थाने के अन्य अधिकारियों की टीम बनायी और सोहागपुर में फरियादी विद्या सिंह पति जयभारत सिंह की रिपोर्ट पर धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत शुक्र-शनिवार की दरमियानी रात्रि 1.30 बजे अपराध पंजीबद्ध किया।
यह आये पुलिस गिरफ्त में
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराध पंजीयन करने के बाद कार्यवाही प्रारंभ की गई और रात भर आरोपियों की तलाश की गई, जिसमें लक्ष्मण पनिका पिता रामसुशील उम्र 29 वर्ष थाना सिंहपुर, विकास द्विवेदी निवासी पाण्डव नगर थाना कोतवाली एवं शशिकांत राजपूत उम्र 30 वर्ष निवासी सिंहपुर रोड थाना कोतवाली को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
ऐसे करते थे ठगी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लक्ष्मण पनिका और उसका भाई शंकर पनिका व सुनील पनिका गांव-गांव जाकर महिलाओं को बहलाफुसलाकर कम ब्याज पर लोन दिलाने के नाम पर उनके आधार कार्ड और वोटर कार्ड आई.डी. ले लिया करते थे एवं विकास द्विवेदी निवासी पाण्डव नगर के साथ मिलकर फर्जी आधारकार्ड की कॉपी तैयार कर लिया करता था। इसके लिए विकास द्विवेदी ने अपने घर पर फोटोशॉप के माध्यम से फर्जी आधारकार्ड तैयार करता था, इसके बाद फर्जी आधारकार्ड के माध्यम से शशिकांत के साथ लिंक कर कियोस्क में खाते खुलवाये जाते थे, ताकि लोन की राशि आने पर इन खातों में जमा कराया जा सके।