बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में श्रमिको का हो रहा शोषण

नहीं मिल पा रही समय से मजदूरी
(अमित दुबे+8818814739)
मानपुर। मध्य प्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार भट्ट ने बताया कि प्रदेश में नई सरकार को बने हुए 1 वर्ष पूर्ण हो जाने के बाद भी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अपनी जान की परवाह किए बगैर सुरक्षा कर रहे सुरक्षा श्रमिकों का शोषण आज भी नहीं रुक रहा है, 02 माह बीत जाने के बाद भी मजदूरी नहीं मिल पा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सिर्फ बजट का अभाव बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है और समय से मजदूरी नहीं दी जाती। कई बार शासन -प्रशासन तक संघ के माध्यम से निवेदन किया गया, लेकिन आज दिनांक तक कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की गई।
नहीं मिल रहा पूर्ण लाभ
शासन के निर्देशों के बाद भी 12 वर्ष पूर्ण किए श्रमिकों को कुशल का वेतन नहीं दिया जा रहा, वहीं पार्क प्रबंधन द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए कुछ नए श्रमिकों को कुशल का वेतन दिया जा रहा है और पुराने श्रमिक वहीं कार्य करने वाले आज भी अकुशल की वेतन पा रहे हैं, न ही पार्क प्रबंधन द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का पूर्ण लाभ मिल रहा है और न ही श्रमिकों के लिए ठंड के मौसम में आए हुए जैकेट जूते आदि अन्य सामग्री बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सिर्फ कुछ लोगों को दिया जा रहा है, शेष 75 प्रतिशत लोगों को कोई भी सुविधा नहीं दी गई।
श्रमिकों में पनप रहा आक्रोश
समस्त विभागों में कार्य करने वाले स्थाई कर्मियों को शासन द्वारा अभी-अभी स्वास्थ्य बीमा में न जोडऩे का निर्णय लिया गया है और चुनाव के दौरान वर्तमान शासन द्वारा दिए गए वचन का पालन न करते हुए प्रदेश के समस्त स्थाई कर्मियों को शासकीय कर्मचारियों के समान सुविधा न दिए जाने पर प्रदेश एवं जिले के समस्त विभागों में कार्यरत स्थाई कर्मचारी एवं समस्त टाइगर रिजर्व के सुरक्षा श्रमिकों में काफी आक्रोश व्याप्त है, इसलिए मजबूरन संघ को आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
हड़ताल की चेतावनी
मध्य प्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ के संभाग अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने कहा की मार्च में मध्य प्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ के द्वारा जिले में प्रांत अध्यक्ष शारदा सिंह परिहार की उपस्थित में सम्मेलन आयोजन किया गया है, जरूरत पड़ी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने का भी निर्णय लिया जा सकता है, प्रांत अध्यक्ष के निर्देशानुसार एवं विधानसभा घेराव की घोषणा भी जिले से प्रांत अध्यक्ष के द्वारा की जाएगी।