शुक्ला के केबिन से होता है जनपद का मैनेजमेंट

वर्षाे से अंगद की तरह सोहागपुर जनपद में जमें है शुक्ला
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। दर्जनों पंचायतों के हर सचिव से लेकर वर्तमान व पूर्व सरपंच से एक दूसरे की शिकायत करवा कर फिर मैनेजमेंट करवाना, सोहागपुर जनपद में सीईओ भले ही कोई भी आये, लेकिन सिक्का डेढ़ दशक से पंचायत समन्वयक अधिकारी संतोष शुक्ला का ही चलता है। मैनेजमेंट गुरू के नाम पर पहचान बना चुके संतोष शुक्ला के केबिन में माथा टेकने के बाद ही जनपद के सरपंच, सचिव और दर्जनों ठेकेदार सीईओ या अन्य अधिकारियों के यहां जाते हैं। हालाकि यह पहला मौका नहीं है जब संतोष के ऊपर मनमानी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगे हो, प्रमाणित आरोपों तक से बच कर निकलने में महारत हासिल कर चुके संतोष के खिलाफ ग्राम छतवई के सचिव ने मोर्चा खोलते हुए उनके ऊपर भ्रष्ट अधिकारी होने के साथ ही काम के लिए शराब मांगने तक जैसे संगीन आरोप लगाये हैं।
मैनेजमेंट गुरू हैं शुक्ला
ग्राम छतवई के सचिव ने बताया कि वर्षाे से जनपद में जमे संतोष शुक्ला से मैनेजमेंट किए बिना जनपद में कोई कार्य नहीं करवाया जा सकता, पंचायत के दर्जनों सचिवों के अलावा सरपंच और पूर्व सरपंचों के साथ ही जनपद सदस्य भी इस बात के गवाह हैं कि पीसीओ जैसे अदने पद पर काबिज संतोष शुक्ला यदि जनपद में होने वाले किसी कार्य को रोकने या कार्यवाही को निपटाने का मन बना लें तो, जनपद सीईओ से लेकर जिला पंचायत तक उस मामले में हाथ डालने से कतराते हैं।
मैडम के लिए लेते हैं कमीशन
सचिव ने संतोष शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्याे में सचिव आदि से कमीशन लेने और उसका हिसाब इन्हीं के द्वारा किया जाता है, जनपद की सीईओ मैडम रिश्वत सीधे भले ही न लेती हो, लेकिन संतोष शुक्ला उनके नाम पर खुलेआम रिश्वत बटोर रहे हैं।
कमीशन से होता है फंड आवंटन
पंचायतों में शासन से आवंटित होनी वाली राशि से निर्माण कार्य को हरी झण्डी दिलवाने के दौरान कमीशन तो ली ही जाती है, साथ ही बीआरजीएफ, डीएमएफ के अलावा विधायक, सांसद, एकीकृत आदिवासी विकास विभाग व अन्य मदों से बजट आवंटन कराने का काम भी संतोष शुक्ला द्वारा अर्से से किया जा रहा है, जिसमें 10 से 25 प्रतिशत पर काम आवंटित करवाने के भी चर्चे हैं।
मुखिया की आंख में झोंक रहे धूल
वर्तमान में जिले के कलेक्टर और संभाग के कमिश्नर दोनों ही ऐसी शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही करते नजर आ रहे हैं, लेकिन अचरज यह है कि मुख्यालय में ही कलेक्टर कार्यालय से सटे भवन में करीब एक दशक से जमे संतोष शुक्ला के द्वारा किये जा रहे गड़बड़झाले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों से परे है।
इनका कहना है…
आरोप गलत हैं, अगर कोई लगा रहा है तो, क्या किया जाये।
संतोष शुक्ला
पंचायत समन्वयक अधिकारी, जनपद सोहागपुर