कमजोर वर्ग के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं औद्योगिक समूह
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का इंदौर में सीआईआई के वार्षिक अधिवेशन में संबोधन
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि समाज और देश में हर स्तर पर समानता लाने के लिए औद्योगिक समूहों को कमजोर वर्ग के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। इससे उद्योगों के साथ-साथ देश के विकास में भी तेजी आएगी। श्री कमल नाथ इंदौर में कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के 125वें वार्षिक अधिवेशन में ‘बिजनेस एण्ड बियोन्ड’ विषय पर संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर गृह मंत्री श्री बाला बच्चन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट उपस्थित थे।
समाज के गरीब और पिछड़े वर्गों को सशक्त बनायें
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आज संपन्नता के अस्तित्व के लिए प्रयास करने की बजाए हमें समाज के गरीब, पिछड़े लोगों को हर स्तर पर आगे लाने की आवश्यकता है। इससे देश और समाज स्वत: शक्तिशाली बन जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन में सुधार लाने के साथ-साथ व्यवहार में भी सुधार लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया में निरंतर परिवर्तन हो रहा है। जरूरतों के साथ लोगों की अपेक्षाएँ भी बढ़ रही हैं। सीआईआई बदलती हुई दुनिया के साथ इंडस्ट्री प्रेरक होने की भूमिका निभाए। इस दिशा में काम करना चाहिए। श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए यह जरूरी है। उद्योग-व्यवसाय से जुड़े और स्टार्टअप उद्यमी अपनी कार्य-प्रणाली को आदर्श बनाएं, जिससे मध्यप्रदेश की देश और दुनिया में एक आदर्श औद्योगिक क्षेत्र की छवि स्थापित हो सके।
नई तकनीक को अपनाने के लिए नई रणनीति की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने मनुष्य का स्थान ले लिया है। इसे दृष्टिगत रखते हुए औद्योगिक इकाइयों को अपने काम करने की नई रणनीति बनाना होगा।
उद्यानिकी राजधानी बनने से लाभांवित होंगे किसान और उद्योग
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश उद्यानिकी क्षेत्र में देश का दूसरा राज्य है। हमारे यहाँ उद्यानिकी में व्यापक संभावनाएँ हैं। थोड़े से प्रयासों से हम मध्यप्रदेश को देश की उद्यानिकी राजधानी बना सकते हैं। इसके लिए बड़े पैमाने पर निवेशक प्रोसेसिंग इकाइयों की स्थापना करें, जिससे हम बाजार में बेहतर उत्पाद उपलब्ध करवा सकें। इससे किसानों और औद्योगिक इकाइयों, दोनों को लाभ मिलेगा।
लॉजिस्टिक हब की सारी विशेषताएँ प्रदेश में मौजूद
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉजिस्टिक हब बनाने की सारी विशेषताएँ मध्यप्रदेश में मौजूद हैं। हम प्रदेश को ड्रायपोर्ट के रूप में विकसित कर सकते हैं। वायु सेवाओं का विस्तार करके उद्योग की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। इस दिशा में राज्य सरकार सुनियोजित प्रयास कर रही है। सीआईआई मध्यप्रदेश भी इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार करे। सरकार उसके आधार पर आवश्यक निर्णय लेगी।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उद्योग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए सीआईआई अवॉर्ड से सम्मनित किया। सीआईआई के चेयरमेन प्रवीण अग्रवाल एवं सुनील माथुर ने भी अधिवेशन को संबोधित किया।