एसडीएम साहब का शहडोल से भी रहा विवादों से गहरा नाता, तंग आकर दिया इस्तीफा: तहसीलदार
उमरिया। जिले के नौरोजाबाद में पदस्थ तहसीलदार एम.पी. विराट ने एसडीएम नीलमणि अग्रिहोत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर को अपना इस्तीफा दे दिया, मीडिया से की गई चर्चा के दौरान तहसीलदार ने एसडीएम पर अभद्रता के आरोप लगाये हैं, गौरतलब है कि एसडीएम नीलमणि अग्रिहोत्री इससे पहले शहडोल में भी पदस्थ थे, जहां वे लगातार विवादों में रहे,कही बुढ़ार में तहसील में वकीलों ने तंग आ कर की शिकायत तो कही जैतपुर में एक स्थानीय पत्रकार का समाचार कवरेज के समय प्रेस कार्ड फाड़ कर उसे जलील किया वही जसिंगनगर में भी सुर्खिया बटोरी अब जिला उमरिया में भी सुर्ख़ियो की टोकरी भरते नजर आ रहे है। तहसीलदार द्वारा लगाये गये आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद सामने आयेगा, लेकिन कोरोना संकट से जब जिले की जनता और समूचा विश्व जूझ रहा हो, ऐसी स्थिति में जिम्मेदार पदों पर बैठे नौकरशाहों की यह लड़ाई भले ही इनके आपसी विवाद को नतीजे तक न पहुंचा पाये, लेकिन जनता को कोविड-19 के संकट में जरूर झोक देंगे।
अभद्रता करते हैं एसडीएम
नौरोजाबाद तहसीलदार एम.पी. विराट ने एसडीएम पर आरोप लगाये कि उनके द्वारा हमेशा अभद्रता की जाती है, हम सरकार के कर्मचारी है, न कि अग्रिहोत्री के नौकर, उन्होंने कहा कि मैं अकेला एसडीएम के व्यवहार से आहत नहीं हूं, नौरोजाबाद आरआई सहित रीडर मंडलोई, टीका बाबू , आरआई ज्ञान दास आदि दर्जनों मातहत कर्मचारी उनके ऐसे व्यवहार से इतने परेशान हैं कि हम नौकरी तक छोडऩे को मजबूर हो गये हैं।
5 मिनट में मांगते हैं सर्वे रिपोर्ट
तहसीलदार ने बताया कि बीते दिनो जब ओलावृष्टि हुई तो, एसडीएम ने 5 मिनट में सर्वे और उसकी रिपोर्ट मांगी, 5 मिनट के अंदर या तो हम फर्जी रिपोर्ट बनाकर दे देें। जब हमने इसके लिए पटवारी और आरआई को निर्देश दिये तो, वे बिफर गये, कर्मचारी पालन नहीं कर रहे तो, एसडीएम को बता चुका हूं कि जल्दी रिपोर्ट मिलेगी, लेकिन मुझे बार-बार फोन कर मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं।
ढीली पड़ी मुखिया की कमान
बीते माह भर से जिले के मुखिया खुद आरोपों से घिरे रहे, मातहत कर्मचारियों के द्वारा की जा रही लापरवाही व मनमानी का सबसे बड़ा कारण भी यही है, मुखिया की कमान और ध्यान कर्मचारियों और फिल्ड से हटने के कारण ही जिले में यह स्थिति बनी कि न्यायिक दण्डाधिकारी पदों पर बैठे अधिकारियों की लड़ाई सड़क पर आ गई, वह भी ऐसे समय जब आमजनता कोरोना वॉयरस के संकट से जूझ रही है।
नौरोजाबाद कि जनता परेशान
स्थानीय लोगों की माने तो कोरोना संक्रमण के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन में कई लोगों के परिजन अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं, जिनको वापस बुलाने के लिए आवश्यक पास के लिए जब वे एसडीएम कार्यालय पंहुचते हैं तो, एसडीएम वहां नही मिलते और लोगों को मशक्कत के सामना करना पड़ रहा है, ऐसे वक्त में जब पूरा देश एक दूसरे के सहयोग के लिए भरपूर समर्थन दे रहा है तो , एसडीएम की कार्यशैली कई सवाल खड़े करती है।