ताबड़तोड़ कार्यवाही के बाद नशीली दवाओं के दाम पहुंचे सातवें आसमान पर

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santosh sharma
बुढार । धनपुरी में बीते एक दशक में धन की नगरी धनपुरी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री का गढ़ बन चुकी थी नगर में सैकड़ों की संख्या में नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करने वाले सौदागर बिना किसी खौफ के वर्षों से नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करते थे हजारों युवक नशीली दवाओं की लत का शिकार होकर अपना जीवन बर्बाद कर चुके थे लेकिन पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने जिले की कमान संभालते ही नशीली दवाओं के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पूरे शहडोल जिले में विशेष अभियान शुरू किया था और बहुत ही कम समय में धनपुरी नगर से नशीली दवाओं के बड़े-बड़े सौदागर सलाखों के पीछे पहुंचने लगे पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला के नेतृत्व में नशीली दवाओं के सौदागरों के ऊपर ताबड़तोड़ कार्यवाही होने लगी और इस ताबड़तोड़ कार्यवाही का परिणाम अब यह सामने आ रहा है कि नगर में कई नशीली दवाओं के सौदागर इस व्यापार को छोड़ने की चर्चा करने लगे हैं अभी कुछ ऐसे सौदागर जो नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करके ही अपना जीवन यापन करते हैं सिर्फ वही लोग लुक छिप कर नशीली दवाओं की अवैध बिक्री कर रहे हैं वर्तमान समय में पुलिस के द्वारा की गई लगातार कार्यवाही के कारण नशीली दवाओं के दाम सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं.
चार सौ रुपए की बिक रही एक सीसी
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला के द्वारा पूरे जिले में नशीली दवाओं के अवैध व्यापार को जड़ से खत्म करने के लिए शुरू किया गया विशेष अभियान पूरे शबाब पर है और कई बड़े सरगना नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे वह सभी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं पुलिस के द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्यवाही की वजह से नशीली दवाओं के दाम सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं वर्तमान समय में धनपुरी नगर में नशीली दवाओं की 1 सीसी चोरी-छिपे 400 से 500 रुपयो में बेची जा रही है नगर में नशीली दवाओं की अवैध बिक्री का कारोबार वर्तमान समय में सिर्फ उन्हीं लोगों के द्वारा किया जा रहा है जो वर्षों से इस अवैध व्यापार के माध्यम से ही अपना परिवार चला रहे हैं उनके पास दूसरा कोई धंधा रोजगार नहीं है नशीली दवाओं के अवैध व्यापार को वह लोग अपना पुश्तैनी व्यापार मानने लगे हैं लगातार हो चुकी ताबड़तोड़ कार्यवाही के बाद भी नगर में कुछ ऐसे सरगना अभी बचे हैं जो अभी भी अवैध बिक्री कर रहे हैं लेकिन वर्तमान समय में यह लोग सिर्फ अपने उन ग्राहकों को नशीली दवाओं की बिक्री करते हैं जिन्हें वह वर्षों से अच्छी तरह से जानते हैं और उन्हें यह मालूम है कि इसे यदि नशीली दवा नहीं दी तो यह खुद पुलिस के पास पहुंच जाएगा और हमारी सारी हकीकत बता देगा लेकिन वर्षों से नशीली दवाओं की लत का शिकार हो चुके युवकों से वर्तमान समय में जमकर कीमत वसूली जा रही है
कच्छी मोहल्ला के लोग जी रहे अमन चैन शांति के साथ
धनपुरी नगर में नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करने वाले अधिकांश लोग कच्छी मोहल्ला से तालुकात रखते थे अभी तक पुलिस कार्यवाही में जितने लोग नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे उनमें से अधिकांशतः कच्छी मोहल्ला के सरगना ही शामिल थे यहां पुरुष तो पुरुष महिलाएं भी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री वर्षों से कर रही थी लेकिन जब से पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर इस व्यापार को जड़ से खत्म करने की मुहिम चलाई तबसे कच्छी मोहल्ला के अधिकांश सौदागर सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं वर्तमान समय में कच्छी मोहल्ला के लोग अमन चैन शांति के साथ अपना जीवन जी रहे हैं लोग कहते हैं वर्षों बाद हमारे मोहल्ले में अमन चैन शांति कायम हुई है वरना कहां-कहां के लड़के दिनभर यहां नशीली दवा खरीदने के लिए पहुंचते रहते थे कई बार विवाद होता था
जनता के सपने जल्द होंगे पूरे
धन की नगरी धनपुरी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री का गढ़ बन चुकी थी नगर में लोग उम्मीद भरी निगाह से पुलिस प्रशासन की ओर देखते थे की शायद कभी हमारी धनपुरी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री से पूरी तरह मुक्त हो पाएगी लेकिन नगर की जनता की यह उम्मीद कभी पूरी नहीं हुई थी और नगर के निवासी धीरे-धीरे ना उम्मीद होने लगे थे लेकिन पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला के द्वारा चलाए गए विशेष अभियान एवं ताबड़तोड़ कार्यवाही की वजह से लोगों को लगने लगा था कि जल्द धनपुरी नगर नशीली दवाओं की अवैध बिक्री से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा अब वह दिन ज्यादा दूर नहीं है नशीली दवाओं के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने की दिशा में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से कृत संकल्पित है शहडोल जिले के इतिहास में संभवतः पहली बारजिला कलेक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह ने नशीली दवाओं की अवैध बिक्री को जड़ से खत्म करने के लिए बैठक बुलाई थी इस महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला के अलावा स्वास्थ्य एवं खाद्य औषधि विभाग के प्रमुख अधिकारी शामिल थे नशीली दवाओं की अवैध बिक्री के व्यापार को जड़ से खत्म करने के लिए सारी रणनीति बना ली गई थी और एक बार फिर यह मुहिम तेजी से चलेगी और धनपुरी नगर के अंदर बचे कुचे नशीली दवाओं के सौदागर भी सलाखों के पीछे पहुंचेंगे।

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