माला पंचायत में भ्रष्टाचार हावी
वेण्डरों के माध्यम से लगाये फर्जी बिल
मानपुर। एक ओर शासन लोक कल्याणकारी कार्यों के लिये तरह-तरह की योजनाओं के माध्यम से ग्राम पंचायत को वित्तीय रूप से सम्पन्न बना रहा है, ताकि अधिकतम जनहित हो सके। वहीं जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में हो रहे भ्रष्टाचार ने जनहित को शून्य करके स्वहित में ही शासकीय राशि को व्यय करना अपना अधिकार मान लिया है। न गुणवत्तापूर्ण कार्य किये जाते हैं, न ही मजदूरों को रोजगार मूलक कार्यों में मजदूरी दी जाती है। फर्जी व अपूर्ण गुणवत्ताविहीन कार्यों पर शासन की राशि स्वयं या अपने हितैषियों के लिये निपटा ली जाती है।
यह बिलों के हाल
जनपद की ग्राम पंचायत माला पंचायत में निर्माण कार्य के लिए ईट माला निवासी राम नरेश यादव से ली गई, बिल 8 मार्च 2019 राशि 38000 का भुगतान ग्राम पंचायत द्वारा किया गया, किसी अन्य व्यक्ति गुप्ता इंटरप्राइजेज मानपुर के खाते में 30700 डाला गया, वहीं दूसरी ओर यह भी देखा गया कि मे. मुकेश यादव जिसका गिट्टी का बिल 3 मार्च 2019 लगा हुआ है, जिसकी भुगतान राशि 1 लाख रुपए है जिसका भुगतान किसी बृजवासी रेडियो सेंटर के खाते में हुआ है, वही शिव होटल के द्वारा लगा बिल भुगतान बिल 21 सितम्बर 2019 को भुगतान 3440 रुपए है, किंतु शिव होटल के खाते में 18395 राशि का भुगतान हुआ है, उक्त सभी बिलों की अगर जांच की जाये तो, भ्रष्टाचार के खेल से पर्दा उठ सकता है।
निष्पक्ष जांच की मांग
ग्राम पंचायत माला में वित्तीय अनियमितता एवं अव्यवस्थाओं का बोलबाला चरम पर है, सरपंच सहित ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की मिली भगत से सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पंच परमेश्वर पोर्टल पर लगे बिलों की जांच जिले में अधिकारियों से निष्पक्ष तरीके से करायी जाए तो, खुद ही सच्चाई सामने आ जायेगी। सूत्रों की माने जनपद की लगभग ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार अपने चरम हैं, हाल ही में जनपद मुख्यालय की ही ग्राम पंचायत में आखिरकार भ्रष्टाचार का जिन्न बाहर निकल आ गया।