बच्चों की मौत पर आईएएम ने की निंदा

शहडोल। जिला चिकित्सालय आए दिन किसी न किसी कारणो से सुर्खियों में रहता है। पिछले कई दिनों से जिला चिकित्सालय में बच्चों की मौत चिंतनीय विषय बना हुआ है। जिससे लोगों में चिकित्सक और चिकित्सीय कार्य से जुड़े लोगों के प्रति निराशा का माहौल बना हुआ है। आईएमए शहडोल शाखा बच्चों की मौत के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है। बच्चों के मौत को गंभीरता से लेते हुए शासन द्वारा सिविल सर्जन को कार्यमुक्त करते हुए नए सिविल सर्जन की पदस्थापना की गई है। सन् 1997 से जिला चिकित्सालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए सिविल सर्जन पद का सृजन किया गया था, तब से अब तक जिला चिकित्सालय में कार्यरत सीनियर स्पेशलिस्ट को ही सिविल सर्जन पद का प्रभार मिलता आया है। लेकिन नई व्यवस्था के चलते नई पदस्थापना नियम विरुद्ध है, जिसके चलते जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों में रोष है, जो सही लगता है, क्योंकि यह पोस्ट सर्वदा सीनियर स्पेशलिस्ट चिकित्सक की होती है, आईएमए इस नियुक्ति की निंदा करता है। आईएमए शासन से अनुरोध करता है कि ऐसा सामंजस्य बनाने का प्रयास करें, जिससे जनसामान्य को बिना किसी गतिरोध के समुचित स्वास्थ्य सुविधा मिल सके और एक स्वस्थ वातावरण का निर्माण हो, जिससे शासन की सुविधाएं आमजन तक सुगमता से पहुंचें।