एटक ने खोला मोर्चा @ कलेक्टर कार्यालय के सामने माँगो को लेकर किया शंखनाद, सौंपा ज्ञापन

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शहडोल।आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन मध्य प्रदेश व मध्यान भोजन कर्मी के संयुक्त तत्वधान में शहडोल ट्रैक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर आम सभा किया गया एवं संबंधित मांगों को तहसीलदार को सौंपा गया इस अवसर पर आम सभा की अध्यक्षता मध्यान भोजन कर्मी जिला शहडोल के अध्यक्ष कामरेड मीरा यादव ने किया ग्राम सभा के मुख्य अतिथि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन मध्य प्रदेश एटक के महासचिव कामरेड विभा पांडे ने अपने उद्बोधन में विस्तार से जिक्र करते हुए का के 1 अक्टूबर 2018 के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय ₹3000 से बढ़ाकर ₹4500 मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ₹2250 से बढ़ाकर ₹3500 एवं एवं सहायिकाओं को 15 सो रुपए से 2750 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से ₹7000 से घटाकर ₹5500 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से ₹3500 से घटाकर 2250 रुपए तथा सहायकों से ₹3500 से ₹2750 की कटौती की गई है।

सरकार संभालने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च न्यायालय जबलपुर के दबाव में कैबिनेट की बैठक में घोषणा किया के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका से कटौती की गई राशि अप्रैल माह से प्रति माह के हिसाब से दे दी जाएगी लेकिन सरकार ने बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का उल्लेख तक नहीं किया है यह दुर्भाग्यपूर्ण भी है और सरकार की कथनी और करनी के अंतर को भी दर्शाता है कामरेड विभा पांडे ने अपने उद्बोधन में भी कहा मध्यप्रदेश न्यूनतम वेतन सलाहकार परिषद ने आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम वेतन अधिक सूची की श्रेणी में शामिल किया गया था किंतु न्यूनतम वेतन का निर्धारण वर्षों से लंबित है उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने 2018 वर्ष में सेवानिवृत्त होने पर कार्यकर्ताओं को एक एक लाख रुपए एवं सहायिकाओं को 75 हजार रुपए देने की घोषणा की थी उसे भी लागू नहीं किया कोविड-19 के समय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मिलकर करो ना जोधा के रूप में काम किया है किंतु न तो उन्हें सुरक्षा । उपकरण या सुरक्षा सामग्री हे मुहैया कराया गया नाही 50 लाख रुपए की बीमा ही मृत्यु उपरांत दिया गया 45 वे एवं 46 वह भारतीय श्रम सम्मेलन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की बात कही गई थी ।

सेवानिवृत्ति के बाद ₹10000 पेंशन प्रतिमा एवं ईएसआई पीएफ आदि योजनाओं का लाभ देने की सिफारिश कुछ भी नहीं हुआ इसीलिए हमारी बहने बार-बार लाल झंडा उठाकर और सरकार से कहती हैं के सरकार के द्वारा घोषित ही घोषणाओं को लागू करो कामरेड विभा पांडे ने कहा के आईसीएस के किसी भी तरह के निजीकरण पर रोक लगाओ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के कुछ अधिकारी पूंजी पतियों से मिलकर खराब साड़ी ड्रेस के नाम पर दिया है हम गरीब हैं किंतु हमारी भी पसंद एवं नापसंद है महिलाओं के बिना मर्जी के जबरजस्ती कार्यकर्ताओं को साड़ी मुहैया जरा जा रहा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि विभागीय बैठकों मैं आने जाने के लिए यात्रा भत्ता दिया जाना चाहिए आंगन बड़ी कर्मियों मोबाइल दिया गया है किंतु अपने स्वयं के खर्चे से ही विभागीय काम करना पड़ता है इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है ऐसी स्थिति में हम सरकार को प्रशासन को चेतावनी देना चाहते हैं कि गंभीरता से विचार करें यह भी उन्होंने कहा की मानदेय का भुगतान करने में भी भेदभाव किया जाता है मध्य प्रदेश के कई राज्यों में मानदेय दिया जा रहा है लेकिन शहडोल में 3344 महीने से मानदेय नहीं दिया जा रहा है और दिया भी जाता है तो आधी अधूरी यह बहुत बड़ी बात है शासन को ध्यान देना चाहिए उन्होंने तमाम आंगनबाड़ी बहनों से आग्रह किया कितने उच्च न्यायालय में 15 सो रुपए कटौती एवं एरियर्स को हासिल करने के लिए याचिका लगाई है विशेष रुप से हमारी जीत होगी और संघर्ष से ही हम सबके चेहरे पर मुस्कुराहट आएगी सभा को संबोधित करते हुए मध्यान भोजन कर्मी के जिला अध्यक्ष कामरेड मीरा यादव ने कहा हम उच्च न्यायालय में मध्यान भोजन कर्मियों के अधिकारी के खिलाफ याचिका लगाए हैं उच्च न्यायालय ने कहा कि पहले इस संबंध में शासन को लिखें फिर हम अगले सुनवाई में सरकार से जवाब तलब करेंगे दुर्भाग्य है कि संविधान में किसी भी व्यक्ति से बेगार नहीं कराई जा सकता है किंतु आंगनबाड़ी में काम करने वाले मध्यान भोजन कर्मी को ₹500 एवं स्कूलों में मध्यान भोजन करने पर काम करने वालों को ₹2000 यह बेकार नहीं तो और क्या है किसी भी अधिकारी का मंत्री का विधायक का सांसद का यदि वेतन बढ़ जाता है तो फिर कब नहीं होता है किंतु आंगनवाड़ी कर्मियों को बढ़े हुए मानदेय को घटा करके देना इससे ज्यादा गुलामी और क्या हो सकती है हम इसके खिलाफ लड़ेंगे और जीतेंगे सभा को अधिवक्ता सामित अली एवं अन्य महिलाओं ने भी सभा को संबोधित किया तत्पश्चात निक रैली के शक्ल में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मध्यान भोजन कर्मी तहसील कार्यालय के समक्ष नारे लगाते हुए गए एवं 10 बिंदुओं पर त्वरित कार्यवाही की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा

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