स्थाई सब्जीमंडी न बने इसके लिए शुरू हुआ साजिश का खेल

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अपने निजी हित के लिए स्वार्थी लोगों ने किसानों को भडकाने की कर रहे कोशिश
अनूपपुर। दशकों से बीच बाजार में थोक सब्जीमंडी का दंश से रहे किसानों ने कई बार अपनी मांग शासन-प्रशासन से रखी थी, जिसकों लेकर गुरूवार को खाद्यमंत्री बिसाहूलाल सिंह ने किसानों की पीडा को देखते हुए कृषि उपज मंडी पर ही स्थाई रूप से सब्जी मंडी बनाये जाने व किसानों को प्रतिदिन मंडी लगाने हेतु आवश्वासन के साथ वादा भी किया, जिसके बाद किसानों में हर्ष देखी जा रही थी, लेकिन कुछ स्वार्थ से परिपूर्ण व्यक्तियों ने अपने निजी हित के लिए विरोध भी करने लगे, जिससे कि उनका फायदा पुरानी सकरी गजह में हो रहा था वह अब भी नही होगा, जिससे किसानों व सब्जीमंडी का विरोध दिखने को मिल रहा है।
धान में लगा दी आग
जैसे ही लोगों को पता चला कि बाजार से हटकर सब्जी मंडी कृषि उपज मंडी में स्थाई रूप से कर दिया गया है, दूसरे ही दिन सुबह किसी ने कृषि उपज मंडी में रखे धान में आग लगा दी, तांकि लोगों को यह संदेश जाये कि किसानों ने धान पर आग लगा दी और सब्जीमंडी पुन: पुराने स्थल पर चला जाये। कुछ लोग है जो पहले से ही विरोध करते हुए बीच बाजार में ही सब्जीमंडी लगे तांकि उनका नुकसान न हो, जबकि थोक सब्जीमंडी के लिए जगह नही है और बीच बाजार में हमेशा ही मंडी  में कचरा व भीड देखा जाता रहा है, इन सबसे निजात पाने के लिए कोरोनाकाल में सब्जीमंडी का स्थानांतरण किया गया है, लेकिन स्वार्थी तत्वों ने धान पर आग लगा कर अपने मंशूबों में काययाब होने का प्रयास जरूर किया है।
किसानों के हित में खाद्य मंत्री
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह  गुरूवार को क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, जहां दो दर्जन से अधिक किसानों ने सब्जीमंडी को स्थाई रूप कृषि उपज मंडी में ही करने की मांग करने लगे, किसानों की मांग को सुनते हुए खाद्य मंत्री ने तत्काल ही किसानों की मांग को जायज माना और उन्होने वादा किया कि अब स्थाई रूप से सब्जीमंडी, कृषि उपज मंडी में ही लगेगा, उन्होने किसानों को यह भी कहा कि आप वहां जाईये और प्रतिदिन सब्जीमंडी निर्धारित समय पर लगा सकते है।
किसानों में खुशी की लहर
दशकों से बीच बाजार के सकरे स्थान पर सब्जीमंडी खुलता था, जहां कई तरह की परेशानियों का सामना किसानों व राहगीरों के साथ वाहन चालकों को करना पडता था, लॉकडाउन अवधि के दौरान किसानों को क्राइसेस कमेटी के द्वारा अंडर ब्रिज स्थित नये बस स्टैण्ड में रात्रि के समय सब्जीमंडी खोलने का स्थान दिया गया था, एक सप्ताह बाद किसानों की सब्जीमंडी स्थानांतरिक कर कृषि उपज मंडी में कर दिया गया, जहां किसानों को काफी राहत देखने को मिल रही थी, वही कुद लोग भ्रम फैलाकर वहां से हटाने की बात कर रहे थे, तभी पूरे किसान खाद्य मंत्री के समक्ष अपनी मांगों को लेकर पहुंचे थे, जहां खाद्यमंत्री ने वादा किया कि किसान अब स्थाई रूप से सब्जीमंडी, कृषि उपज मंडी पर ही लगा सकेंगे, यह सुनने के बाद किसानों में काफी खुशी देखी गई।
विषम परिस्थिति न हो निर्मित 
तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए आगे भी सावधानी बरतने की जरूरत महसूस की जा रही है, उन्होनेे किसानों, व्यापारी व प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि दुकानों में भीड़भाड़ न होने पाए। व्यापारी संघों के प्रतिनिधियों की बैठक में कोरोना काल में कोरोना की रोकथाम के लिए प्रभावशील रहे लॉकडाउन में शासन-प्रशासन को सहयोग देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और साथ ही कहा कि किन्तु ग्राहकों के लिए दुकानों में मास्क की व्यवस्था दुकानदारों को स्वयं करना होगा। उन्हें स्वयं मास्क लगाना होगा व अपने ग्राहकों से मास्क लगवाना होगा। दुकानों में तीन-चार व्यक्तियों से अधिक प्रवेश नहीं करें। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दुकानों में गोले भी बनवाए जाएं। उन्होने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए बनी गाइड लाइन का पालन किया जाए और लोगों से पालन करवाया जाए।
इन्होने किया पहल
सब्जीमंडी को व्यवस्थित रूप देने में तथा कृषि उपज मंडी में स्थाई रूप से स्थानांतरण को लेकर खाद्यमंत्री से मुलाकात भी की, मंडी अध्यक्ष बुद्वसेन पटेल, उपाध्यक्ष सीताराम पटेल, भाईलाल पटेल, कन्हैला लाल गुप्ता, समनु राठौर, महामंत्री दीपक सोनी, राहुल कुशवाहा, मंत्री वाहिद खान उर्फ राजू जुम्मन, तीरथ प्रसाद केशरवानी, तेरसू पटेल, कमेला राठौर आदि पदाधिकारियों के द्वारा व्यापारी एवं किसानों व अढतियों की पूर्ण सहमति से अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चयन कर थोक मंडी को स्थाई रूप प्रदान करने में अपनी सहभागिता निभाई है।

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