एनएच-43 बनती जा रही खतरों की सड़क

शहडोल। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-43 शहडोल से कटनी और शहडोल से अनूपपुर होते हुए चांडिल जाने वाली सड़क पर हर दिन हादसे हो रहे हैं। शहडोल मुख्यालय से ठीक 20 किलोमीटर दूर ग्राम पकरिया से होकर गुजरने वाली इस सड़क पर हादसो का चौराहा है। इस चौराहे से एक साथ अमलाई तो दूसरी शहडोल जाती है, वहीं तीसरी सड़क पकरिया होते हुए जरवाही-भठिया व चौथी सड़क बुढ़ार की ओर आती है। हादसों के इस चौराहे के एक किनारे अतिक्रमण हो रहा है, वहीं बुढ़ार के कोयला कारोबारी के दो ट्रेलर बीते कई वर्षाे से सड़क से सट कर खड़े हुए हैं।
बुढ़ार से जरवाही की ओर जाते समय दायें हाथ पर रखे ट्रेलर हादसों को न्यौता देते हैं। आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है, इन सबसे मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम जिन्हें इस सड़क की देख-रेख और रख-रखाव की जिम्मेदारी दी गई है, वह पूरी तरह से अंजान है। मजे की बात तो यह है कि बीते दिनों राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों के दोबारा शुरू किये जाने के बाद बुढ़ार स्थित डीएव्ही पब्लिक स्कूल के प्राचार्य ने इस संदर्भ में बुढ़ार थाने को 28 जुलाई को पत्र देते हुए यहां हो रही दुर्घटनाओं की जानकारी दी। पत्र में डीएव्ही के प्राचार्य ने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में विद्यालय पुन: चालू हो चुके हैं, बच्चों को लेकर बस रोजाना इस मार्ग से निकल रही है। चौराहे पर बीते कई महीनों से पड़े ट्रेलर और बनी गुमटी से हादसों की आशंका बनी हुई है, इस संदर्भ में कार्यवाही की जाये, लेकिन थाने के जिम्मेदारों ने एक सिरे से इसे नकारते हुए मामला एमपी आरडीसी पर डाल दिया।
उक्त सड़क बुढ़ार से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-43 को जोड़ती है, साथ ही यहां से बुढ़ार विकास खण्ड के दर्जनों ग्राम जिसमें पकरिया, जरवाही, भठिया आदि शामिल है, जिस कारण यहां चौबिसों घंटे आवाजाही बनी रहती है। खबर है कि सड़क के दायें ओर पटेल नामक कारोबारी के द्वारा यहां गैराज खोला गया है, इसी कारोबारी ने बुढ़ार के संदीप जैन नामक कोयला कारोबारी से स्क्रैप के रूप में बीते माहों में ट्रेलर खरीदे थे, लेकिन, अभी तक एनएच से सटाकर रखे गये हैं। ट्रेलर न हटने के साथ ही यहां खुली गुमटियां हादसों को आमंत्रण दे रही है।