आईजीएनटीयू को बदनाम करने में एक बार फिर सामने आया प्रोफेसर राकेश सिंह का नाम 

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6 नंबरो में प्रोफेसर की प्रेम कहानी, लगे दुष्कर्म के आरोप

आईजीएनटीयू को बदनाम करने में एक बार फिर सामने राकेश सिंह

पीडि़त ने दी प्रोफेसर के 6 मोबाइल नंबरो से चैट व बातचीत करने की जानकारी

आईजीएनटीयू में वर्षो से पदस्थ प्रोफेसर राकेश सिंह के दामन में ऐसे दाग लगे हुये हैं कि पूरा विश्वविद्यालय प्रबंधन चाह कर भी नहीं धुल सकता है, पहले घर पर काम करने वाली लड़की के साथ दुष्कर्म व आत्महत्या के लिये प्रेरित करना फिर भगवान को जूते मारने के आरोप, अब शोध छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दाग अपने जीवन में लगाकर विश्वविद्यालय के लिये मिशाल पेश किये हैं।

अनूपपुर। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में विभिन्न मुख्य पदों पर अपनी सेवाएं देने वाले प्रोफेसर राकेश सिंह के कारनामे विश्वविद्यालय स्टाफ व छात्रों से भी नहीं छिपी है, लेकिन आज तक विश्वविद्यालय के छवि को बचाने के लिये किसी ने भी ऐसे बदनाम सुधा प्रोफेसर के खिलाफ आवाज तक नहीं उठाई। प्रोफेसर राकेश सिंह जनजातीय विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष, समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ अम्बेडकर चेयर प्रकोष्ठ के प्रभारी निदेशक, शिक्षा परिषद के सदस्य और कार्य परिषद के सदस्य जैसे पदों पर शुसोभित कर रहे हैं।

फिर लगे शोषण के आरोप

पीडि़त छात्रा ने शहडोल महिला थाना में शिकायत पत्र देते हुये उल्लेख किया कि छात्रा विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही है, इस दौरान शहडोल स्थित पाण्डवनगर के जैन विल्डिंग में रहती थी। मार्च 2020 में कोरोनाकाल के दौरान प्रोफेसर राकेश सिंह पीडि़त छात्रा के कमरे में आये और बातचीत करते हुये इच्छा के विरूद्ध शारीरिक संबंध बनाने का प्रस्ताव रखा गया, पीडि़त द्वारा इस बात का विरोध किया गया, परन्तु प्रोफेसर के द्वारा अपनी पसंदिगी व पत्नी के रूप में स्वीकार करने की बात करते हुये जबरन संबंध बनाया गया।

6 नंबरो में प्रोफेसर की प्रेम कहानी

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राकेश सिंह पर जिस शोध छात्रा ने जबरन शारीरिक संबंध बनाने व पत्नी बनाकर अपने संग जीवन भर रखने के वादो का आरोप लगाई है उसने ही शिकायत पत्र में प्रोफेसर के मोबाइल नंबर का उल्लेख किया है जिनमें वाट्सअप के जरिये व फोन कॉल के माध्यम से उनकी प्रेम कहानी की दास्तां लिखी हुई है। वह राकेश सिंह के 6 मोबाइल नंबर कुछ इस प्रकार हैं 9407343427, 8815702722, 6394126207, 8840107255, 8889042710, 9415268276 से लगातार छात्रा के मोबाइल नंबर मेंं मैसेज व बातें संधारित है।

होटल में की मुलाकात

कोरोनाकाल के बाद प्रोफेसर के द्वारा छात्रा को अपने आगोश में लेकर कई बार होटल एवं अपने कमरे में लेकर गये हैं, 25 सितम्बर 2021 को प्रोफेसर राकेश सिंह के द्वारा छात्रा को शहडोल से अमरकंटक ले जाया गया जहां होटल महेन्द्रम में रूम लेकर रोका गया था, जहां छात्रा की आईडी के अनुसार रजिस्टर में नाम उल्लेख होना शिकायत पत्र में दर्शाया गया है।

अन्य प्रोफेसर व पुत्र का उल्लेख

पीडि़त छात्रा ने यह भी उल्लेख किया कि राकेश सिंह होटल में शारीरिक संबंध बनान ेके बाद अपने रूम में लेकर गये थे, जहां विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसरों में प्रोफेसर राजपूत, जयंत बहरा के साथ अन्य प्रोफेसर भी मौजूद थे, इतना ही नहीं छात्रा की मुलाकात प्रोफेसर राकेश सिंह के पुत्र स्वेतब सिंह से भी मुलाकात हुई थी। जिनके सामने राकेश सिंह ने छात्रा को अपनी पत्नी का हक देने की बात कहा गया था।

पति से हुआ तलाक

पीएचडी कर रही शोध छात्रा ने शिकायत पत्र में उल्लेख किया कि अपने प्रोफेसर द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाने के विषय पर अपने पति को बताई जिसके बाद पति के द्वारा लडाई झगडा करते हुये न्यायालय अनूपपुर से तलाक भी दे दिया गया। इतना ही नहीं यह बात छात्रा के घरवालो को जानकारी लगने के बाद उन्होंने ने भी दूरियां बना ली। जिसके बाद छात्रा अकेले जीवन यापन करने को मजबूर है। छात्रा ने महिला थाना शहडोल में शिकायत करते हुये न्याय की गुहार लगाई है।

इनका कहना है- 

विश्वविद्यालय के समक्ष अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं आई है, अगर इस तरह की जानकारी छात्रा या थाना स्तर से आती है तो कार्यवाही के लिये प्रबंधन को अवगत कराया जायेगा।

विजय दीक्षित, जनसंपर्क अधिकारी

आईजीएनटीयू अमरकंटक

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