धर्म का प्रचार व कोरोना से पूर्णरूप मुक्ति के लिए भक्तों ने 250 किलो मीटर की पैदल यात्रा, सैकड़ो की संख्या में भक्त है शामिल  

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अनूपपुर । आम तौर पे कोरोना से मुक्ति पाने लोग कई तरह के जतन करते देखा या सुना होगा , लेकिन मध्य्प्रदेश के अनुपपूर जिले के कोतमा में कोरोना से पूर्ण रूप से मुक्ति पाने व हिन्दू धर्म के जागरूकता के लिए अनोखी पद यात्रा निकाली गई, इस पद यात्रा सैकड़ो की संख्या में लोग ( भक्तगड़) 250 किलो मीटर पैदल सफर तय कर प्रदेश की बहुप्रसिद्ध पहाड़ों वाली माँ शारदा के मंदिर पहुच यात्रा का समापन करेंगे, यह पैदल 21 अक्टूबर को मैहर पहुंचेगी जहां माता के मूर्ति विसर्जन के बाद माँ शारदा के दर्शन उपरांत यात्रा सम्पूर्ण होगी। यह पद यात्रा रथ जिले के चचाई पहुची जहा उनका नगर के लोगो ने भव्य स्वागत किया , पद रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य 2 वर्षों से देश में फैली हुई महामारी कॅरोना के अनुष्ठान या श्राद्ध के रूप में पद रथ यात्रा व धार्मिक यात्रा को मनाया जा रहा है। धार्मिक पद यात्रियों ने बताया कि इस पद रथ यात्रा का उद्देश्य कोरोना से देश को छुटकारा दिलाने के लिए माता रानी से प्रार्थना स्वरूप फल प्राप्ति के लिए किया जा रहा है।

अनूपपुर जिले के कोतमा नगरी से एक विशाल पद यात्रा भक्तों का जत्था प्रदेश के बहुप्रसिद्ध पहाड़ो वाली माँ शारदा के मंदिर जा रहा है। जो कि अनूपपुर मुख्यालय होते हुए चचाई से निकल कर बुढ़ार पहुच रहा है। अनूपपुर नगर के मुख्य मार्गो से भृमण करती हुई मैहर की ओर प्रस्थान कर रही पैदल यात्रा चचाई पहुचा ,जहा भोजन भजन और विश्राम के बाद शहडोल जिले में निकल पड़ा , सात दिवसीय यात्रा 15 अक्टूबर को कोतमा से फुनगा 16 अक्टूबर को अनुपपुर,चचाई अमलाई,बुढार , से गुजर कर शहडोल, पाली घुंनघुटी उमरिया, ज्वाला मंदिर, बरही,खितौली सरला नगर होकर 7 वे दिन मैहर पहुंचेगी यात्रा में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं पुरुष, नन्हे मुन्ने बच्चे बच्चियां शामिल हैं।

इस पद यात्रा का मुख्य उद्देश्य धर्म के प्रति लोगो को जागरूक करना साथ ही 2 वर्षों से देश में फैली हुई महामारी कॅरोना के अनुष्ठान या श्राद्ध के रूप में पद रथ यात्रा व धार्मिक यात्रा को मनाया जा रहा है। धार्मिक पद यात्रियों ने बताया कि इस पद रथ यात्रा का उद्देश्य कोरोना से देश को छुटकारा दिलाने के लिए माता रानी से प्रार्थना स्वरूप फल प्राप्ति के लिए किया जा रहा है।

कोतमा नगर से मैहर तक कि पद रथ यात्रा की शुरुवात सर्वप्रथम शारदा काली मंदिर कोतमा से हुई थी। यात्रा की शुरुवात शारदा काली मंदिर के व्यवस्थापक स्व, श्री जमुना प्रसाद वर्मा व अन्य सदस्यों ने यात्रा प्रारम्भ की थी। शारदा मंदिर के पूर्व व्यवस्थापक स्व,जमुना प्रसाद वर्मा परिवार का इस यात्रा संचालन में बहुत बड़ा योगदान रहा है। जो सन 1987 में पहली बार कोतमा से मैहर सैकड़ो की संख्या में पद रथ यात्रियों को लेकर मैहर तक सफल यात्रा हुई थी। उसके बाद तीन साल बाद सन 1990, फिर सन 1993 में हुई। उसके बाद लंबे अंतराल के बाद सन 2015 में बेरियल कमेटी के 25 वे रजत जयंती वर्ष पर कोतमा से मैहर पद रथ यात्रा हुई। अब इस वर्ष बस स्टैंड कमेटी माँ शैलपुत्री भक्ति मण्डल के 21 वर्ष पूर्ण होने पर कोतमा से मैहर पद रथ यात्रा की शुरुवात आज हुई है। यात्रा में दर्जनों काली का खप्पड़ नृत्य यात्रा में रोमांच पैदा करता है। भव्य जगराते के साथ गाते बजाते भक्त यात्रा में सम्मिलित होते हैं। जगह जगह पद रथ यात्रा का स्वागत हुआ,आरती की थाली लेकर माताएं रथ में सवार माँ दुर्गा की आरती उतारे। माँ शारदा में आस्था व विस्वास रखने वाले भक्त बड़े भक्ति भाव से इस यात्रा में सम्मिलित होते हैं और माँ शारदा के दर्शन कर यात्रा सफल करते हैं। चचाई मैं दुर्गा मंदिर प्रांगण के सभी समाजसेवी जितेंद्र सिंह, स्नेहलता सोनी जिला पंचायत सदस्य, रश्मि खरे भाजपा नेत्री, फुक्कू सोनी मंडल अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी अनूपपुर समस्त समाजसेवी ने व्यवस्था की थी

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