बहोरीबंद तहसील अंतर्गत पथराडी पिपरिया गांव में करंट लगने से एक 45 वर्षीय युवक की मौत, ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर किया चक्का जाम, की कार्रवाई की मांग,हटाए गए बहोरीबंद कनिष्ठ अभियंता दिलदार डाबर

बहोरीबंद तहसील अंतर्गत पथराडी पिपरिया गांव में करंट लगने से एक 45 वर्षीय युवक की मौत, ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर किया चक्का जाम, की कार्रवाई की मांग,हटाए गए बहोरीबंद कनिष्ठ अभियंता दिलदार डाबर
कटनी।। बहोरीबंद थाने के पथराड़ी पिपरिया के मोटे हार में सोमवार शाम करीब 4.30 बजे खेत मे बिजली का करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। पिपरिया निवासी आनन्द पिता मेवालाल उम्र 43 वर्ष करीब 4.30 बजे मोटे हार में अपने खेत मे जुताई के लिए ट्रैक्टर निकलने के लिए जगह देखने गए थे । मेढ़ पर चलते समय वहां झूलती हुई बिजली की लाइन के संपर्क में आने से उनके सिर में करंट लगा जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। काफी देर के बाद आसपास के किसानों ने जब देखा तो आनन्द पटेल का शव खेत में पड़ा था। शाम के करीब 6 बजे शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहोरीबंद लाया गया। जहाँ पर आज डॉक्टरों की टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम कर उसे कफन दफन के लिए परिजनों के सुपुर्द किया किया गया, बहोरीबंद पुलिस ने मर्ग कायम किया है, मामले की जांच की जा रही है। वही इस पूरी घटना मे ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने बताया जा रहा कि दो खंभो के बीच खेत मे बिजली का तार गुजर रहा है, तार खेत की मेढ तक के करीब तक आ गया था। जिससे कारण 45 वर्षीय मेवालाल उसकी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। इसी बात से ग्रामीणों मे नाराजगी व्यक्त की और शव को बहोरीबंद बस स्टैंड के सामने सड़क पर रख कर चक्का जाम कर प्रदर्शन करने लगे।लगभग 2 घंटे तक सड़कमार्ग को ग्रामीणों ने बाधित कर कार्यवाही की मांग की ,ग्रामीणों का आरोप विद्युत विभाग की लचर कार्यप्रणाली के चलते 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है,जानकारी के बाद मौके पर पहुँचे प्रसासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइए दी, और विरोध प्रदर्शन के चलते विद्युत विभाग के अधिकारियों ने तत्काल एक्शन लेते हुए बहोरीबंद कनिष्ठ अभियंता दिलदार डाबर को हटाया और जाँच टीम गठित की. ग्रामीणों को प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि दोषियो के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाई की जाएगी जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
सीएम हेल्पलाइन मे की थी शिकायत
मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने बताया कि झूलती हुई एवं जर्जर केबल लाइन की शिकायत सीएम हेल्पलाइन के साथ ही मौखिक व लिखित माध्यम से कई बार की गई है, मगर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा । समय रहते अगर शिकायत पर ध्यान दिया जाता तो युवक की मौत न होती। उनका मानना था कि बिजलीकर्मी सुधार कार्य कर दिये होते तो हादसा नहीं होता।