पारिवारिक रिश्तों के संवेदनाओं का संग्रह “निमिषा” प्रो रामशंकर

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अर्शिता के दूसरे काब्य संग्रह पुस्तक का विमोचन

 

शहडोल – आधुनिक युग और तमाम सोशल मीडिया में अस्त-व्यस्त युवा पीढ़ी की मनोदशा के बीच जब “निमिषा” जैसा काब्य संग्रह पारिवारिक रिश्तो की प्रगाड़ता संबंधों की संवेदनाओं की खुशबू को संजोकर शब्दों और कविता के रूप में समाज में आए तो निश्चित रूप से युवा पीढ़ी की सोच को साहित्य अध्यात्म की दिशा में सकारात्मक प्रेरणा प्रदान करता है, कुछ इन्हीं उद्गार विचारों के साथ पंडित एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर रामशंकर ने विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ आशीष तिवारी की पुत्री अर्शिता तिवारी द्वारा संग्रहित और लिखित पुस्तक “निमिषा” विमोचन किया

विमोचन के दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग आनंद राय सिन्हा ने कहा कि अर्शिता के इस काव्य संग्रह को पढ़कर मानो परिवार और खासतौर से अपने बुजुर्गों के स्नेह और प्यार को तरो ताजा करता है। साथ ही प्रोफेसर प्रमोद पांडे ने कहा कि बेटियों के अंदर वैसे तो वत्सल करुणा का संग्रह प्राकृतिक रूप से होता है किंतु जब इस तरीके की कविता बनकर किसी बेटी का भाव उभर सटीक शब्दों में समाज के सामने आए तो अन्य बेटियों के लिए अर्शिता प्रेरणा का स्रोत बनती है।

 

बेटियां ही हमारा अभिमान

पुस्तक विमोचन के दौरान श्रीमति ममता तिवारी ने कहा कि उनकी बेटी शुरू से साहित्य कविता संग्रह समेत अन्य गतिविधियों पर रुझान रखती रही हैं, और हाल ही में जिस तरीके से अर्शिता बेटी ने “निमिषा” कविता संग्रह पुस्तक में अपने बुजुर्गों दादा दादी समेत पूरे परिवार के स्नेह प्यार को कविता में पिरोया है वो बेहद ख़ास है, और यही वजह है कि मेरी बेटियां ही मेरा अभिमान है

 

यादें और स्नेह को संग्रहित करने कविता का रुख

अपनी कविता पूर्ण पुस्तक के विमोचन के दौरान अर्षिता तिवारी ने कहा कि अपने बुजुर्गों खासतौर से दादा-दादी के स्नेह प्यार यादों और रिश्तो के प्रगड़ता को कविता के माध्यम से शब्दों का सहारा लेकर संजोने की कोशिश की है, इस दौरान अर्षिता के शुरुआती शिक्षक श्रीलेखा जौहरी ने भी कहां की अर्शिता शुरू से ही कई प्रतिभाओं की धनी और संवेदनशीलता का उदाहरण रही है

 

इनकी रही उपस्थित

बुधवार की शाम एक स्थानीय होटल में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में पंडित एस एन शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर राम शंकर, श्रीमती संगीता शंकर, कुलसचिव प्रोफेसर आशीष तिवारी, प्रोफेसर प्रमोद पांडे, डॉ ब्रेजेंद्र पांडे,प्रो गीता श्राप, प्रो महेंद्र, भटनागर अरुण उपाध्य, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग आनंद राय सिन्हा समेत सोमा मिश्रा,संजय तिवारी,श्रीमती गरिमा वर्मा डा.प्रणय वर्मा,डॉ असिता शर्मा, डा.दुश्यंत शर्मा,समाजसेवी भुवन जायसवाल समेत उच्च शिक्षा विभाग शिक्षा विभाग एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.आदर्श तिवारी एवं प्रशांत मिश्रा ने किया।

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