अध्यक्ष की हिटलरशाही से त्रस्त फुटपाथी दुकानदार ने दी आत्मदाह की धमकी, पुलिस ने मौके पर बचाया

ब्योहारी। नगर परिषद ब्योहारी के अंतर्गत अतिक्रमण हटाने के नाम पर फुटपाथी दुकानदारों के साथ की जा रही ज्यादती के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। मंगलवार को वार्ड क्रमांक-07 मार्तण्ड गंज क्षेत्र में फुटपाथ से दुकान हटाने पहुंचे नगर परिषद अमले की कार्रवाई से व्यथित एक फुटपाथी दुकानदार ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद कर्मचारियों और पुलिस ने समय रहते उससे पेट्रोल की बोतल छीनकर हालात काबू में किए। इसके बाद दुकानदार को थाने ले जाया गया, और उसकी गोमती को मशीन से उठा लिया गया।
स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि नगर परिषद अध्यक्ष राजन गुप्ता अपने समाज के व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के लिए छोटे दुकानदारों को जबरन हटवा रहे हैं। मार्तण्ड गंज में पुरानी मजिस्ट्रेटी के सामने लंबे समय से फुटपाथ पर चाय, पान, सब्जी आदि बेचने वाले दुकानदारों को बेदखल किया जा रहा है। वहीं, उसी स्थान पर लोहे की बड़ी गोमतियां लगाई जा रही हैं, जिन्हें स्थानीय रसूखदार व्यापारी किराये पर चला रहे हैं।
दुकानदार दीपक नामदेव, लाला शर्मा,लल्लू गुप्ता, बेला कुशवाहा, रणजीत खटिया आदि ने बताया कि वे वर्षों से इस स्थान पर अपनी जीविका चला रहे थे। लेकिन अब नगरपालिका अध्यक्ष के इशारे पर नगर का सफाई अमला आए दिन उन्हें बेवजह तंग करता है और उनकी दुकानें हटाकर अन्य लोगों को स्थान दिलवाया जा रहा है।
दुकानदारों ने आरोप लगाया कि नगरपालिका के कुछ कर्मचारी अवैध रूप से हर महीने उनसे किराया भी वसूलते हैं। अब इन्हीं कर्मचारियों द्वारा उन्हें हटाया जा रहा है, जिससे गरीब तबके के दुकानदारों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष द्वारा पैसों के बदले में शासकीय भवनों के सामने तक अवैध अतिक्रमण कराए जा रहे हैं। इस मामले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर लेन-देन और गोमतियों को लगवाने की बातें सामने आ रही हैं।
ब्योहारी नगर में अतिक्रमण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मुख्य मार्गों के दोनों ओर अतिक्रमण इतना बढ़ गया है कि आमजन के लिए चलना दूभर हो गया है। नगर के प्रमुख कार्यालयों जैसे महाविद्यालय, जनपद पंचायत, तहसीलदार बंगला, फॉरेस्ट ऑफिस, राजस्व निरीक्षक कार्यालय, पुरानी मजिस्ट्रेटी, कृषि विभाग व नगरपालिका कार्यालय के सामने खुलेआम अतिक्रमण किया गया है। इससे बारिश के मौसम में नागरिकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
इस पूरे मामले में जब सीएमओ शरद गौतम से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा, “मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं अभी इस मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई करूंगा।”