घुनघुटी के गांधी ग्राम में बाघ ने किया बैल का शिकार, गांव में दहशत का माहौल
शहडोल। घुनघुटी के समीप स्थित गांधी ग्राम में शुक्रवार तड़के उस समय सनसनी फैल गई जब एक बाघ ने एक घर के समीप बंधे बैल को अपना निशाना बना लिया। यह वारदात वार्ड क्रमांक 14 के ग्रामीण शिवकुमार भुमिया के निवास के ठीक बगल में हुई, जब पूरी बस्ती गहरी नींद में सो रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह घटना रात करीब 3.30 से 4 बजे के बीच की है। शिवकुमार भुमिया के घर के बाहर उनका बैल बंधा हुआ था। अचानक किसी भारी आहट से घरवाले जागे, तो उन्होंने देखा कि एक विशालकाय बाघ बैल को पकड़कर घसीट रहा है। शोर मचाते हुए घर के सदस्य बाहर निकले और अन्य ग्रामीणों को आवाज दी। सभी ने मिलकर हल्ला मचाया, जिससे डरकर बाघ अपने शिकार को वहीं छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। हालांकि, तब तक बैल की हालत गंभीर हो चुकी थी और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। बैल के शव और वहां मौजूद पगमार्क को देखकर ग्रामीणों ने पुष्टि की कि हमला बाघ ने ही किया है। गांव में पहले भी जंगली जानवरों की आवाजाही की खबरें आती रही हैं, लेकिन इस तरह खुलेआम मानव बस्ती में आकर हमला करना एक नई और चिंताजनक घटना है।
ग्रामीणों में इस घटना के बाद जबरदस्त भय का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर किसी की नींद नहीं खुलती तो बाघ किसी इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकता था। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर गांव के लोग अब गहरी चिंता में हैं।
गांधी ग्राम के रहवासियों ने वन विभाग से मांग की है कि इलाके में तत्काल गश्त बढ़ाई जाए और बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। साथ ही गांव के पास पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों।
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से जंगल की ओर से जानवरों की आवाजें सुनाई देती थीं, लेकिन किसी ने अंदाजा नहीं लगाया था कि बाघ इस कदर रिहायशी क्षेत्र में घुस आएगा। घटना के बाद से लोग रात में घरों से बाहर निकलने से डरने लगे हैं।
वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही घटनास्थल का मुआयना कर बाघ की मौजूदगी की पुष्टि और उसके व्यवहार का आंकलन किया जाएगा। वहीं, बैल मालिक को मुआवजा दिलाने की मांग भी ग्रामीणों ने की है।