हरिजन का केस मे समझौता ना करने पर युवक को उतरा मौत कें घाट, 4 माह पुरानी अंधी हत्या के प्रकरण का पुलिस ने किया पर्दाफाश आरोपियों को किया गिरफ्तार

हरिजन का केस मे समझौता ना करने पर युवक को उतरा मौत कें घाट, 4 माह पुरानी अंधी हत्या के प्रकरण का पुलिस ने किया पर्दाफाश आरोपियों को किया गिरफ्तार
कटनी।। जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम गुदरी में 20-21 जून 2024 की रात में फूलचंद भूमिया उम्र 30 वर्ष, जो खेत की रखवाली के लिए निकला था, जिसका शव एक गड्ढे में डला हुआ पाया गया। जिस पर थाना स्लीमनाबाद में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। जांच दौरान मृतक फूलचंद भुमिया की पीएम रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमे मृतक के सिर, पसलियों और रीढ़ की हड्डियों में गहरी चोटों की पुष्टि हुई, पुलिस ने मामले की त्वरित कार्यवाही करतें हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
प्रकरण की गंभारता के दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के द्वारा एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन करते हुए (SDOP) स्लीमनाबाद के नेतृत्व में थाना प्रभारी माधवनगर अनूप सिंह को विवेचना सौंपी गई, जिनके सहायतार्थ रश्मि सोनकर उपनिरीक्षक महिला थाना प्रभारी, संतोष सिंह सहायक उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक अविनाश मिश्रा, अंजनी मिश्रा एवं आरक्षक अजय साकेत को लगाया गया था। मामले की तह तक पहुँचने के लिए पुलिस ने साक्ष्यों और तथ्यों का गहन निरीक्षण किया और संभावित आरोपियों की पहचान करते हुए जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। आरोपियों की पहचान एवं पूछताछ जांच के दौरान पुलिस ने बाल मुकुंद उर्फ मोनू सोनी और आयुष सोनी को संदिग्ध पाया।
रास्ता रोककर मामले मे समझौता करने की बात की नहीं
मानी तों मारपीट की
दोनों आरोपी बालकृष्ण उर्फ मोनू सोनी पिता बृजकिशोर उर्फ बृजेश उम्र 31 वर्ष निवासी ग्राम गुदरी थाना स्लीमनाबाद ने कबूल किया कि हरिजन एक्ट के मामले में फूलचंद से उनकी झड़प हुई। इसी झड़प में मोनू ने फूलचंद को मुक्के और लात से मारा और आयुष ने उसे गड्ढे में गिरा दिया और उसके सीने में कूद- कूद कर लात से वार किए, जिससे फूलचंद की पसलियां टूट गई और उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के उपरांत माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
इस तरह दिया हत्या की घटना को अंजाम
फूलचंद भूमिया अपने खेत की तरफ जा रहा था तो इन दोनों ने उसका रास्ता रोक लिया और मोनू सोनी ने फूलचंद भूमिया से कहा कि “न रे। भूमिया तूने सोनू भईया के खिलाफ हरिजन का केस लगाया है उसमें समझौता कर ले और ईसके बदले पैसे ले ले तो फूलचंद बोला 3000 दे दो तो मोनू ने कहा कि मैं 5000 दे दूंगा लेकिन पास में बैठे आयुष ने बोला की 1000 और दे दो, इस बात को लेकर फूलचंद भूमिया नाराज हो गया और बोला कि मेरे को गरीब आदिवासी समझ के रखा है क्या जो मुझे इस प्रकार सौदा कर रहे हो और उसके बाद गाली गलौज करते हुए फूलचंद भूमिया अपने खेत की तरफ चला गया।” आयुष सोनी एवं मोनू को यह बात बुरी लगी। जिसका बदला लेने दूसरे रास्ते से उसका पीछा करते हुए खेत की रखवाली करते हुए आम के पेड़ के पास खड़ा मिल गया। फिर आयुष सोनी एवं मोनू सोनी बोले कि तू आदिवासी तुम हम लोगों को गाली कैसे दिया और और हाथापाई हुई जिसमें आयुष सोनी द्वारा मृतक भूमिया के नाक पर एवं मुंह पर घूंसा मारा गया जिससे मृतक के नाक से खून निकलने लगा और वह लड़खड़ाने लगा। इसके बाद दोनों ने उसके साथ और मारपीट की और गड्ढे में धकेल दिया जिससे मृतक गड्ढे में गिर गया गड्ढे में गिरने के बाद मोनू और आयुष ने बारी-बारी करके उसकी छाती पर पैरों से वार किया जिसके कारण उसकी हड्डी टूट गई पसलियां टूट गई और उसे फिर वही छोड़कर अपने घर चले गए।