काम-काज छोड़ दूर-दराज से आए गरीबों के एक दिन में नहीं हो पा रहे आधार कार्य

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काम-काज छोड़ दूर-दराज से आए गरीबों के एक दिन में नहीं हो पा रहे आधार कार्य
कटनी।। लोगों की समस्या दूर करने आधार केंद्रों की स्थापना की गई है। शहर में आधार संबंधी कार्यों के लिए स्थापित किए गए आधार सेंटरों की संख्या कम होने से इतनी भीड़ हो जाती है कि कतार में लगे लोगों के काम एक दिन में पूरे नहीं हो पाते और दूसरे दिन भी लोग काम काज छोड़कर परेशानी भरे माहौल में पुनः कतार में लगते हैं फिर काम हो या ना हो इसकी कोई गारंटी भी नहीं होती। बाद में लोग प्रशासन की इस व्यवस्था को कोसते नजर आते हैं। बावजूद इसके ना तो कलेक्टर और ना ही विभागीय अधिकारी इस गंभीर समस्या को ध्यान दे पा रहे हैं।
400 सौ की मजदूरी छोड़ लगे आधार लाइन में, काम फिर भी नहीं
जिले में संचालित आधार केंद्र में भरपूर मनमानी का आलम है। गरीब मजदूर अपने बच्चों के भविष्य को लेकर आधार संबंधी कार्य कराने सेंटर पहुंचते हैं जहां पहले से लगी लंबी कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं और गर्मी व बेचैनी भरे माहौल में प्यास आदि लगने पर अपनी जगह है किसी को बता कर केंद्र से बाहर भी निकलते हैं और पानी के साथ कुछ ग्रहण भी करते हैं इस बीच किराया आदि पर 50-100 रुपए खर्च भी होते हैं और पुनः कतार में खड़ा होते हैं, बाद में पता चलता है की कोई आगे नहीं बढ़ा, कारण पता करने पर बताया गया एक घंटे से लिंक फेल था इस बीच किसी का काम नहीं हुआ। इस पूरे घटनाक्रम तक पांच या और अधिक बज जाते हैं और सेंटर कर्मी द्वारा शेष बचे लोगों को दूसरे दिन बुलाया जाता है। दूसरे दिन फिर वही हाल 400 की मजदूरी छोड़ लाइन में लगते हैं और इत्तेफाक से उस दिन उसका काम तकरीबन 1000 या 900 रुपए खर्च करने पर हुआ कहलाता है।
कहना यह है की आधार सेंटरों की कमी कहें या भर्राशाही इस पर सुधार के लिए प्रशासनिक पहल की आवश्यकता है।
उक्त मामले को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता जीतू ने प्रशासन से जनहित में मांग की है कि शहर में आधार केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने के साथ-साथ स्कूली बच्चों के लिए अलग से आधार केंद्र की स्थापना की जाए ताकि गरीब, सामान्य परिवार के अभिभावकों को आधार केंद्र में हो रही अनियमितता व अनाप-शनाप के खर्च से मुक्ति मिल सके।

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