10 घण्टों बाद 40 फ़ीट नीचे मिट्टी में दबे युवक प्रशासन ने निकाला जिंदा @ साथ के दो मजदूरों की मौत

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कुआं धसकने से तीन थे दबे, देर रात तक चला रेस्क्यू 

(सतीश तिवारी)
ब्यौहारी। ब्लाक मुख्यालय से लगभग 16 किलोमीटर दूर ग्राम पपरेड़ी में ग्रामीण द्वारा खुद व दो अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर शुक्रवार की सुबह 9 बजे के आस-पास अपने घर के आंगन में स्थित कुएं की सफाई की जा रही थी, इसी दौरान कुआं धसक गया और मकान मालिक रमेश सेन सहित मोती लाल कोल व राजेश गोड़ उसी में लगभग 40 फ़ीट नीचे दब गये थे, घटना के तुरंत बाद मामला पुलिस व प्रशासन तक पहुंचा। सुबह 10 बजे के आस-पास मौके पर पहुंचे अमले ने मलबा हटाना शुरू किया।

ब्यौहारी थाना प्रभारी, एसडीओपी और एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और तीन जेसीबी मशीनों से बचाव कार्य शुरू कर दिया। सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक जेसीबी लगाकर टीम रेस्क्यू करती रही। इस दौरान एक मजदूर की सांसें चलती मिली है, जबकि दो लोगों की मौत हो गई। युवक को बाहर निकालते ही तत्काल रेस्क्यू टीम ने अस्पताल के लिए भेजा, जहां अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया लेकिन हालत नाजुक बताई जा रही है।
25 फीट नीचे दबा दबा था, चल रहीं थी सांसें पुलिस ने बताया कि एक मजदूर मिट्टी में 25 फीट नीचे दबा हुआ था। रेस्क्यू टीम ने मिट्टी हटाई तो हाथ और पैर नजर आए। युवक को बाहर निकाला तो सांसें चल रही थी। बाद में तत्काल अस्पताल भेजा।
चीखने चिल्लाने पर बचाव में उतरे, भरभराकर गिरी मिट्टी पुलिस ने बताया कि कुएं की मजदूर राजेश गोड़ सफाई कर रहा था। इसी दौरान कुआं धसकने से मिट्टी के नीचे राजेश गोड़ अचानक दब गया। चीखने चिल्लाने पर मदद के लिए मालिक रमेश सेन और मोतीलाल कोल कुएं में उतरे लेकिन वे लोग भी मिट्टी धसकने की वजह से नीचे दब गए। देखते ही देखते तीनों के ऊपर मिट्टी पूरी तरह से भरभरा कर गिर गई। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी। इसके बाद मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंचा और तीन जेसीबी लगाकर बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कुआ गहरा होने की वजह से खुदाई और मिट्टी बाहर निकलने में काफी दिक्कतें हो रही थी। इसके चलते रेस्क्यू के काम में भी देरी हुई।
रेतीली मिट्टी होने से बार-बार हो रहे थे असफल पुलिस के अनुसार, सुबह नौ बजे मजदूर राजेश गोड़ रमेश सेन के कुएं की सफाई कर रहा था। इसी दौरान अचानक कुंआ धसकने से मिट्टी के नीचे राजेश दब गया था। बाद में उसको बचाने गए रमेश सेन और मोतीलाल कोल भी मिट्टी में दब गए। पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और तत्काल जेसीबी मशीन मंगवाई गई। इसके बाद जेसीबी मशीन से खुदाई चालू कर दी गई लेकिन कुआं 40 फुट गहरा होने के चलते सात बजे तक रेस्क्यू चलता रहा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मिट्टी रेतीली होने की वजह से रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही थी। बार-बार मिट्टी धसक रही थी, इससे रेस्क्यू में देरी हुई।

मौके पर पहुँचे कलेक्टर व एसपी

कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ० सतेन्द्र सिंह ने उनके बारिस को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि आरबीसी 6-4 के तहत स्वीकृत की है। साथ ही संकटापन्न मद से 10-10 हजार रुपए एवं राष्ट्रीय परिवार सहायता मद से 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। 

    साथ ही घायल रमेश उर्फ कंछेदी पिता श्री शिवप्रसाद नापित उम्र लगभग 45 वर्ष को जिला चिकित्सालय शहडोल भिजवाकर त्वरित एवं निःशुल्क की भी व्यवस्था कराई है। 

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