आखिर क्यों….प्रत्यक्षदर्शी से जुदा है शहडोल कप्तान के बयान…..???

शहडोल। जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत धनपुरी भूमिगत खदान जो कई सालों से बंद पड़ी थी, उसमें कबाड़ चोरी करने गए पांच में से चार लोगों की मौत हो गई अभी से कुछ देर पहले शहडोल पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने इस संदर्भ में अपना जो बयान जारी किया है उसमें उन्होंने बताया कि यहां कबाड़ चोरी की नीयत से 5 लोग घुसे थे, उसमें से 4 लोगों की मौत हो गई देर रात एक खबर मिलने के बाद लगभग 4 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला जिसमें एसईसीएल के अधिकारियों कर्मचारियों ने पुलिस की मदद की और फिर 4 मृत हो गए जबकि एक पहले ही बच गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चारों जो मृतक है वह अनूपपुर जिले के अमलाई में किसी राजा मुसलमान को कबाड़ बेचा करते थे और उसी के कहने पर गए थे इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी मर्ग कायम किया है और इस मामले में जांच आगे बढ़ाई जाएगी और अन्य के खिलाफ प्रकरण भी पंजीबद्ध होंगे लेकिन इस पूरे मामले में चारों मृतकों के साथ कबाड़ चोरी करने गए धनपुरी के सिद्धार्थ और कुछ देर पहले जो अपना बयान दिया है उसमें उसने स्पष्ट रूप से बताया है कि वह पप्पू टोपी और गुड्डू के यहां कबाड़ बेचा करते थे बीते दिनों ही उन्होंने 5000रुपये का कबाड़ बेचा था और अभी वहीं पर स्थित है जहां मृतकों का घर है और जिस स्थान पर घटना कारित हुई है वह भी 4 से 500 मीटर की दूरी पर ही है यह भी बात हो सकती है कि दोनों ही स्थानों पर कबाड़ बेचा जाता रहा हो लेकिन पुलिस थाने के मामले को क्यों छुपा रही है क्या पुलिस इस मामले में अपने कर्मचारियों का बचाव कर रही है या फिर झूठ बोल रहा है यह भी बताया गया कि आरिफ नाम का युवा है जिसके तार कबाड़ी राजा मुसलमान से जुड़े हुए हैं और वहां से राजा के लिए जाता था लेकिन पप्पू टोपी,गुड्डू की गाड़ियों का खुलेआम यहां पर कबाड़ का कारोबार करना और मृतकों के परिजनों और पूरी बस्ती का यह बयान देना खुला झूठ तो नहीं हो सकता।इस संदर्भ में थाना प्रभारी की कार्यशैली भी संदिग्ध रही है और उनके यहां वापस पदस्थापना के बाद ही कबाड़ चोरी का सिलसिला फिर से शुरू हुआ है।
सुनिए क्या कहा शहडोल पुलिस अधीक्षक ने…
यह सुनिए….. प्रत्यक्षदर्शी का बयान