ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर हो रही मनमानी

सरकारी बजट को लग रहा चूना, सरपंच-सचिव को मिली खुली छूट
उमरिया। जिले की जनपद पंचायत मानपुर की ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य करा कर सरकारी बजट को चूना लगाया जा रहा है, वहीं पंचायत प्रतिनिधि हर काम में कमाई के चक्कर में कायदे कानून ताक पर रखकर बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है। भ्रष्टाचार के चलते गांव का विकास नहीं हो पा रहा है। भ्रष्टाचार को लेकर जनपद में कई बार ग्रामीणों ने शिकायते भी की है, बावजूद इसके कार्यवाही न होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद है। ग्राम पंचायतों में सरंपच, सचिव का मनमानी के कारण गांव का विकास रुका पड़ा हुआ है।
जबकि पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, चुनाव न होने के चलते मनमानी करने की खुली छूट मिल गई है। पहले भी ऐसे तमाम काम कराए गए, जिनमें कमाई का रास्ता नजर आया। यहां तक कि कई अनुपयोगी काम भी करा दिए गए हैं, ऐसे तमाम निर्माण कार्य कराके जिम्मेदारों ने अपना-अपना हिस्सा तो ले लिया, लेकिन अनुपयोगी के चलते निर्माण कार्य बर्बादी की कगार पर हैं। मनरेगा के काम मशीनों से कराके फर्जी मस्टर भरकर लाखों रुपए निकाल लिए, शिकायतों को अनदेखा करके जिम्मेदार मौन बने हैं।
मानपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत महरोई में सत्संग भवन की राशि स्वीकृत हुई थी, जिसमें से पंचायत में जमकर घोटाला हुआ, इसके साथ ही बन रहे बिल्डिंग का दोयम दर्जे का मसाला लगाकर तैयार किया गया, जिसमें 15 दिवस के अंदर ही वह बिल्डिंग जो की बन रही थी, वह पूरी तरह टूट गई । ग्रामीणों कहना है कि ग्राम महरोई में जितने भी विकास कार्य हुए हैं, उसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खेल-खेला गया है, जिम्मेदार अगर बीते वर्षाे में हुए निर्माण कार्याे की जांच करें तो, ग्राम प्रधान सहित सचिव भी नपते नजर आयेंगे।
इनका कहना है..
मामला मेरे संज्ञान में है, कल जाकर स्थल का निरीक्षण किया जायेगा, जो दोषी होगा, उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।