सुविधा के अभाव में लगने जा रहा बरगवां ऐतिहासिक मेला

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*पेयजल, चिकित्सा, सुलभ शौचालय, सुरक्षा इंतजाम, अलाव की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं।*

अनूपपुर।निरंतर कई वर्षों से लगने वाला ऐतिहासिक मेला बरगवां अमलाई हनुमान मंदिर मैदान में सुविधाओं के अभाव में लग रहा है जहां पर पूर्व में ग्राम पंचायत के द्वारा मेला भराव और बाहर से आने वाले व्यापारियों के लिए साफ सफाई एवं प्रकाश पेयजल की व्यवस्था के साथ चिकित्सा केंद्र खोलकर सुविधाएं प्रदान की जाती रही वही नगर परिषद गठन होने की स्थिति में भी मेला मैदान की सफाई का टेंडर ना देकर कुछ पार्षद की निगरानी में आधा अधूरा सफाई कराया गया है जिससे मैदान में मेला आयोजन में भाग लेने के लिए आने वाले व्यापारियों के साथ ख्याति प्राप्त सिद्ध दक्षिण मुखी हनुमान जी के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालु के लिए मैदान में घूमने पर हो सकते हैं चोटिल कारण यह है कि जिस प्रकार मेला मैदान की सफाई कराई गई है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि बड़े-बड़े ठूंठ निकले हुए हैं जोकि ऊपर ही साफ किए गए हैं पूरी तरह से सफाई ना होने के कारण वह पैरों में धारदार होने के कारण घुस सकते हैं जिससे कोई भी व्यक्ति लहूलुहान हो सकता है इस प्रकार सफाई के नाम पर खानापूर्ति करके नगर परिषद यह जिम्मेदार अपने आप को मुक्त कर लिए हैं यही नहीं पेयजल के नाम पर दूरदराज से आने वाले व्यापारियों श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा पीने के लिए पानी को लेकर काफी दूर जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है साथ ही स्वच्छ भारत मिशन मर्यादा अभियान की तो खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिसमें सर्वविदित है कि मेला मैदान के बगल से ओरियंट पेपर मिल अमलाई का भारी स्टॉप डैम जिसमें ग्रामीणों एवं संस्थान के कॉलोनियों में पीने के पानी का सप्लाई किया जाता है वहां पर मेला में आने वाले व्यापारियों एवं श्रद्धालुओं के द्वारा डैम के आसपास खुले में शौच करने पर चहुओर गंदगी का आलम हो जाएगा किंतु नगर परिषद बरगवां अमलाई के जिम्मेदारों के द्वारा मेला मैदान में दी जाने वाली सुविधाओं के नाम पर लॉलीपॉप दिखाया जा रहा है।
ऐसा प्रतीत होता है कि इससे अच्छा तो पूर्व में ही ग्राम पंचायत होने की स्थिति में सभी सुविधाओं का पूर्णत: ध्यान रखा जाता था सिर्फ मेला संपन्न होने के बाद वहां पर लगे गंदगी एवं कचरो का अंबार पूरे वर्ष उड़कर धार्मिक स्थल हनुमान मंदिर के अंदर प्रवेश करता रहता है। वही स्थिति पुनः दोहराने की तैयारी में नगर परिषद बरगवां अमलाई भी कर रहा है इनके द्वारा वाहन साइकिल स्टैंड की नीलामी करने के फिराक में किंतु बाजार बैठ की की नीलामी ना कर अवैध वसूली करने की ताक में है जिससे वसूली गई राशि को मेला मैदान में सुविधा प्रदान करने के नाम पर हजम कर लिया जाएगा।


2 वर्षों के अंतराल में कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव के कारण मेला भराव ना होने के कारण इस बार भारी भीड़ उमर ने की के आसार नजर आ रहे हैं किंतु यहां तो सुविधाओं के लाले पड़े हैं फिर ऐसी स्थिति में जब औद्योगिक और कोयलांचल क्षेत्र का सबसे अधिक भीड़ होने वाली इस ऐतिहासिक मेला मैं जहां पर सब कुछ असुरक्षित रहेगा उसका संचालन उनके हाथों में है जिनके द्वारा सिर्फ अवैध वसूली और कोरोनावायरस गाइडलाइन से अनभिज्ञ अपनी मनमानी करने के लिए तैयार बैठे हैं। जिन्हें धार्मिक आस्था एवं पुरातन सभ्यता संस्कृति के साथ मर्यादाओं का ज्ञान नहीं। जहां पर मेला का भराव होने जा रहा है ।

वहां इन नगर परिषद के निगरानी व देखरेख करने वाले इस बात से भी अनभिज्ञ है कि इस भीषण ठंड के मौसम में मेला मैदान में चारों ओर नगर परिषद की ओर से ठंड से बचने के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

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